सवाई माधोपुर. मानटाउन थाना क्षेत्र में डाक सहायक से बंदूक की नोंक पर 20 लाख रुपए की लूट की घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी वारिस उर्फ भूरा को पुलिस ने जयपुर-दौसा हाइवे के राजधोक टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस की टीम ने इस वारदात की योजना बनाने वाले आरोपी मोईन को भी गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस वारिस से लूट की राशि को लेकर पूछताछ कर (Robbers Arrested in Sawai madhopur) रही है.
पुलिस उपाधीक्षक शहर राजवीर सिंह ने बताया कि 26 अप्रेल 2022 को डाक सहायक बृज बहादूर शर्मा 20 लाख रुपए की नकदी लेकर एसबीआई बैंक में जमा करवाने के लिए बाइक से जा रहे थे. इस बीच रास्ते में शहरी डिस्पेंसरी में घुसते ही तीन अज्ञात बदमाशों ने उनकी बाइक को धक्का मारकर गिरा दिया. जिसके बाद बदमाश डाक सहायक के साथ मारपीट कर उन्हे बंदूक दिखाकर उनसे बीस लाख रुपयों से भरा हुए बैग को लूटकर फरार हो गए.
10 मई 2022 को पुलिस ने लूट में शामिल 20 हजार रुपए के ईनामी बदमाश सादिक और सन्ना हुसैन को गिरफ्तार किया था. लूट का मुख्य आरोपी वारिस घटना के बाद से फरार चल रहा था. पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि वारिस सीकर में अपनी महिला मित्र से मिलकर दौसा जाएगा. जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए हुए आरोपी वारिस को जयपुर-दौसा हाइवे के राजधोक टोल प्लाजा से बस में सफर करते समय गिरफ्तार (Robber Arrested Who Robbed 20 lakh rupees ) कर लिया.
पुलिस उपाधीक्षक शहर राजवीर सिंह ने बताया कि वारदात की प्लानिंग बनाने वाला आरोपी मोईन को भी गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि आरोपी मोईन ने ही वारिस और श्योपुर बुलेट गैंग के मुख्य सरगना सादिक की मुलाकात करवाई थी. दोनों आरोपियों को लूट का टास्क भी मोईन ने दिया था. डाक सहायक की रेकी में मोईन ही शामिल था. बता दें कि लूट का मुख्य आरोपी वारिस एक हार्डकोर अपराधी है. इसके विरुद्ध 13 प्रकरण लूट के दर्ज हैं. इतना ही नही उसके विरुद्ध (Robber Arrested Who Robbed 20 lakhs from Postal Assistant) डकैती के जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर के थानों में भी मामले दर्ज हैं.
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उन्होंने तीन दिनों तक लगातार डाक सहायक की रेकी की थी. पीड़ित के पैसे जमा कराने के रास्ते से लेकर लूट के बाद भागने के रास्तों तक की जानकारियां उनकी ओर से जुटाई गई थी. जिसके बाद ही उन्होंने इस लूट की वारदात को अंजाम दिया. आरोपी वारिस ने डाक सहायक का पीछा किया जिसके बाद सादिक और सन्ना हुसैन ने पीड़ित को हथियार दिखाकर उसकी बाइक को धक्का मारते हुए बैग छीन लिया. ऐसे में वारदात को अंजाम देने के बाद वारिस अपने साथियों को झांसा देकर रुपए से भरे बैग के लेकर फरार हो गया.