सवाई माधोपुर. रणथंभौर में संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर वन कर्मचारी अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े रहे. विरोध प्रदर्शन के चलते समिति के आह्वान पर कल रणथंभौर के प्रवेश द्वार को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमें कोटा, बूंदी, करौली अन्य कई जिलों से वनकर्मी रणथंभौर स्थित गणेश धाम पर एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
विरोध प्रदर्शन के चलते कल भी नेशनल पार्क के 1 से 5 तक के सभी जोन बंद रहे. वहीं शुक्रवार को भी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर रणथंभौर नेशनल पार्क के बदलाव गेट, सिंह द्वार गेट, झूमर बावड़ी और अमरेश्वर गेट के साथ जोन नंबर 6 और 8 के गेटों को भी कर्मचारियों ने पूर्णता बंद कर दिया. जिलाध्यक्ष मुकेश गुर्जर ने बताया कि कल नेशनल पार्क के मुख्य गेट को बंद कर देने के बाद विभाग द्वारा पर्यटकों को लोन टूरिज्म क्षेत्र से भेजा जा रहा था. जिस पर आज वन कर्मचारियों ने वहां पहुंचकर सेंचुरी में जाने वाले पर्यटक वाहनों को रोक दिया. इस दौरान नेशनल पार्क भ्रमण पर जाने वाले पर्यटक निराश नजर आए.
जिला अध्यक्ष मुकेश गुर्जर ने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं करेगी तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं रणथंभौर नेशनल पार्क में भी पर्यटकों को रोका जाएगा. रणथंभौर में विरोध प्रदर्शन के चलते देसी-विदेशी पर्यटक नेशनल पार्क के भ्रमण पर नहीं जा सके. इससे पर्यटकों को हताश होकर वापस लौटना पड़ा. संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रदर्शन के चलते सवाई माधोपुर रणथंभौर नेशनल पार्क जंगल सफारी बंद होने से विभाग वह सरकार को काफी नुकसान का सामना करना पड़ेगा. वन कर्मचारी अपनी 15 सूत्रीय मांगों पर अड़े हुए हैं. इसी के तहत नेशनल पार्क के अन्य गेट भी बंद कर दिए गए.