सवाईमाधोपुर. केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से बाघ टी-104 की ऑफ डिस्प्ले एवं ब्रिडिंग की अनुमति मिलने के पश्चात रणथंभोर नेशनल पार्क से जैविक उद्यान सज्जनगढ़ के ऑफ डिस्पले एनक्लोजर में मंगलवार को छोड़ा गया. डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने बताया कि बाघ टी-104 की जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में केयरिंग की जाएगी. इसकी ब्रिडिंग से जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में टाइगर की जेनेटिक डायवर्सिटी बढ़ने की पूर्ण संभावना है.
खूंखार बाघों में गिना जाता था बाघ टी-104: इससे पहले एनटीसीए की अनुमति के बाद बाघ टी-104 को उदयपुर के सज्जनगढ़ सेंचुरी शिफ्ट करने के लिए भेजा गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाघ टी-104 को रणथंभोर एंक्लोजर में करीब साढ़े 3 साल से बंद रखा गया था. वहीं बाघ को शिफ्ट करने को लेकर कई दिनों से वन विभाग के द्वारा शिफ्टिंग का प्रपोजल तैयार कर एनटीसीए को भेजा गया था. जिसकी अनुमति मंगलवार को मिलने के बाद बाघ टी-104 को सज्जनगढ़ की सेंचुरी में शिफ्ट किया गया.
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बाघ की शिफ्टिंग की तैयारी वन विभाग के द्वारा सुबह से ही की गई. इस दौरान वन विभाग की टीम ने तालड़ा रेंज के भिड़ नाका एंक्लोजर पहुंचकर बाघ की ट्रैकिंग शुरू की. ट्रैकिंग के दौरान वन विभाग की टीम को बाघ एंक्लोजर में नजर आया, जिसे ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया गया. ट्रेंकुलाइज करने के बाद बाघ टी-104 को डॉक्टरों की टीम ने चेकअप कर पिंजरे में शिफ्ट करवाया.
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बाघ टी-104 को सड़क मार्ग से उदयपुर के सज्जनगढ़ सेंचुरी के लिए रवाना किया गया. बाघिन टी-41 लैला और बाग टी-64 आकाश का शावक ही बाघ टी- 104 है. जिसको आज रणथंभोर नेशनल पार्क से विदाई दी गई. बाघ टी-104 की शिफ्टिंग के दौरान रणथंभोर विभाग के सीसीएफ सेडूराम यादव, डीएफओ मोहित गुप्ता, तालडा रेंजर राम खिलाड़ी मीणा और रेस्क्यू टीम के साथ सभी वनकर्मी अधिकारी मौजूद रहे.