सवाईमाधोपुर. रणथम्भौर नेशनल पार्क से एक बार फिर दुखभरी खबर निकलकर सामने आई है. मिश्रदर्रा क्षेत्र में बाघिन टी-107 'सुल्ताना' के एक शावक की मिश्रदर्रा गेट के ऊपर बने कमरे की खिड़की से गोमुखी में पानी में गिरने से मौत हो (Tigress cub died falling from height in Ranthambore) गई. मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव एवं क्षेत्र निदेशक बाघ परियोजना रणथम्भौर सेडुराम ने इसकी पुष्टि की है.
12 से 15 फीट ऊंचाई से गिरा बाघिन का शावक: वनाधिकारियों के अनुसार बाघिन टी-107 का एक शावक वन क्षेत्र स्थित मिश्रदर्रा गेट के ऊपर बने पुराने कमरे की खिड़की से नीचे गोमुख की ओर लगभग 12 से 15 फीट नीचे गिर गया. बाघिन ने ऊपर खिड़की में से शावक को गिरते देखा तथा लगभग 15-20 मिनट बाद बाघिन ऊपर से उतर कर नीचे आई, तब तक शावक पलटकर गोमुखी के नीचे पानी में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
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मगरमच्छ भी हैं गोमुख के पानी में: गोमुख के पानी में मगरमच्छ भी हैं. शावक के ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई. बाघिन ने पानी के चारों तरफ घूमकर काफी देर तक रोरिंग की. शावक के नहीं मिलने पर बाघिन वापस मिश्रदर्रा गेट के ऊपर चली गई. वनकर्मियों के देखने पर गोमुख के नीचे पानी में शावक का शव दिखाई नहीं दिया. पानी में मगरमच्छ भी नजर आया. बाघिन के विचरण की नियमित मॉनिटरिंग एवं ट्रेकिंग की जा रही है.
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14 जून को बाघिन शावकों के साथ आई थी नजर: रणथंभौर नेशनल पार्क में मिश्रधरा के पास त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले मार्ग पर रणथम्भौर में सुल्ताना के नाम से विख्यात बाघिन टी-107 अपने शावकों को जबड़े में दांतों के बीच दबाए सड़क पार करते दिखाई दी थी. बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन का यह दूसरा लिटर था. शावकों के दिखाई देने के दो दिन बाद ही बाघिन के शावक की मौत की खबर आई है. इससे वन्यजीव प्रेमियों में मायूसी छा गई है. अब बाघिन के पास एक मात्र शावक बचा है.