सवाई माधोपुर. रणथम्भौर में बाघिन के शावकों के साथ नजर आने से वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग में खुशी की लहर है. वन विभाग ने बाघिन और शावकों की सुरक्षा बढ़ा दी है. वन कर्मी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
बाघिन टी-69 ने दो शावकों को जन्म दिया है. खण्डार रेंज की आम चौकी कटी घाटी वन क्षेत्र में अपने शावकों के साथ बाघिन दिखाई दी. बाघिन और शावकों का फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुआ है. शावक लगभग तीन माह की उम्र के बताए जा रहे हैं. वन कर्मी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
फोटो के आधार पर दो शावकों के जन्म की हुई पुष्टि
मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक बाघ परियोजना टीसी वर्मा और डीएफओ महेन्द्र शर्मा ने बताया कि बाघिन की शारीरिक संरचना को देखकर पिछले कुछ दिनों से शावकों को जन्म देने की संभावना जताई जा रही थी. इसके बाद बाघिन के विचरण क्षेत्र में लगाए गए फोटो ट्रेप कैमरे में बाघिन के साथ दो शावकों के फोटो प्राप्त हुए.
तीसरी बार मां बनी बाघिन टी-69
वनाधिकारियों ने बताया कि बाघिन टी-69 तीसरी बार मां बनी है. बाघिन की उम्र लगभग दस वर्ष है. जनवरी 2019 में खण्डार रेंज के गिलाई सागर क्षेत्र में बाघिन टी-69 दो शावकों के साथ नजर आई थी. पूर्व में भी टी-69 की फोटो दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई थी. बाघिन ने पहले प्रसव में मेल शावक को जन्म दिया था. जो रणथम्भौर में टी-110 के नाम से जाना जाता है.
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इसके बाद दूसरे प्रसव में बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया. जिन्हें रणथम्भौर में टी-122 और टी-123 के नाम से जाना जाता है. अब बाघिन टी-69 एक बार फिर मां बनी है और दो शावकों को जन्म दिया है.
रणथम्भौर में हुए 19 शावक, 20 बाघ और 28 बाघिन
वनाधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिसम्बर 2020 से जनवरी से 2021 में फेज 4 में हुई कैमरा ट्रेप एक्सरसाइज में रणथम्भौर में 20 नर बाघ, 28 मादा बाघिन तथा 15 सब एडल्ट और शावकों के फोटो प्राप्त हुए थे. इसके बाद अप्रैल माह में मादा बाघिन टी-114 के दो नए शावकों के जन्म एवं अब मादा बाघिन टी-69 के दो नए शावकों के साथ सब एडल्ड एवं शावकों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है.
वन विभाग की ओर से बाघिन टी-69 के विचरण क्षेत्र में बाघिन और शावकों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.