सवाई माधोपुर. जिले की सूरवाल थाना पुलिस ने पढ़ाना निवासी हंसराज मीना हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर दिया है. हंसराज की हत्या उसकी पत्नी बरफी ने ही की थी. पुलिस ने आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर दिया है.
पुलिस हंसराज की हत्या में शामिल अन्य आरोपियों के सम्बन्ध में बरफी से पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक हंसराज की हत्या में बरफी का साथ उसकी बेटी ने दिया था. इसका खुलासा पुलिस पूछताछ में हुआ है. बरफी ने पति हंसराज की हत्या सुनियोजित तरीके से की थी.
पुलिस के बरफी ने बताया कि उसने पहले हंसराज को नींद की गोलियां दी थीं. जब वह सो गया तब लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद आंगन में खून के धब्बे मिटाने के लिए गोबर से लीप दिया. चूंकि हंसराज की हत्या घर के अंदर हुई थी. इसलिए बरफी लाश को ठिकाने नहीं लगा सकी. किसी तरह 24 घंटे तक उसने शव को छिपाए रखा. 15 जुलाई की रात को उसने शव को घर के अहाते में गेट के पास पटका और रोना-पीटना शुरू कर दिया.
बरफी ने पति की हत्या को किसी और के सिर डालना चाहा लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकी. हंसराज मीना की हत्या की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार दानोदिया, सूरवाल थाना प्रभारी शैतान सिंह मय पुलिस जाप्ते के मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द भी कर दिया.
प्रकरण को लेकर एएसपी सुरेन्द्र कुमार दानोनिया के नेतृत्व में पुलिस उपाधीक्षक शहर नारायण लाल तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी चन्द्रभान सिंह, मानटाउन थानाधिकारी कुसुमलता मीना, सूरवाल थाना प्रभारी शैतान सिंह मय जाप्ता के टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने 24 घंटे में ही हंसराज हत्याकांड का खुलासा कर दिया.
दरअसल पति पत्नी के बीच दो साल से घरेलू कलह चल रही थी. बरफी अपने पति हंसराज से बात नहीं करती थी. ऐसे में उसने हंसराज को रास्ते से हटाने की खौफनाक साजिश रची. वह हत्या में सफल भी हो गई. लेकिन पुलिस को चकमा नहीं दे सकी.