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राजसमंद: आरके चिकित्सालय में हो रहा गाइडलाइन का उल्लंघन

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Published : May 7, 2021, 1:55 PM IST

कोरोना संक्रमितों की चेन तोड़ने के लिए एक तरफ राज्य सरकार की ओर से 10 मई से 24 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है. वहीं राजसमंद जिला मुख्यालय स्थित आरके चिकित्सालय में कोरोना गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. कोरोना सैंपल संग्रहण केंद्र पर ग्रामीण बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए इधर उधर भटक रहे हैं.

Rajsamand RK Hospital, Corona Guideline disregarded in RK Hospital
आरके चिकित्सालय में हो रहा गाइडलाइन का उल्लंघन

राजसमंद. प्रदेश भर में आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसको लेकर जहां प्रदेश सरकार ने कल ही देर रात अहम फैसला लेते हुए 10 मई से 24 मई तक प्रदेश भर में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की. इस घोषणा का एकमात्र मकसद यही है कि संक्रमण चेन टूटे और जल्द से जल्द इस महामारी पर काबू पाया जाए, लेकिन राजसमंद जिला मुख्यालय स्थित आरके चिकित्सालय में कोरोना गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

दरअसल यहां पर दावे तो अक्सर यही करते हैं कि अस्पताल प्रशासन की तरफ से सारी व्यवस्था की गई है. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरीके से पालन कराया जा रहा है, लेकिन आज जो तस्वीरें देखने को मिली, उससे अस्पताल प्रशासन के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. आरके अस्पताल के कोरोना सैंपल संग्रहण केंद्र पर जिलेभर से मरीज पहुंचते हैं और यहां पर कोरोना का सैंपल लेते हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था देखिए कि यहां पर कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने को नहीं मिल रही है. ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचे लोग धूप से परेशान होकर इधर-उधर भटक रहे हैं. साथ ही साथ एक दूसरे से सटकर भी बैठे हुए हैं, लेकिन उन्हें कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाता हुआ नहीं दिख रहा है.

पढ़ें- राजस्थान में 10 से 24 मई तक लॉकडाउन की घोषणा, 31 मई तक रहेगी शादियों पर भी रोक

बता दें कि राजसमंद में इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक के सामने आ रहे हैं और इस बीच जिला मुख्यालय के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की यह लापरवाही कितनी महंगी पड़ सकती है. इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं, क्योंकि यहां पर ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. अब ऐसे में अगर यह संक्रमित होकर अपने-अपने गांव जाते हैं तो वहां पर कोरोना विस्फोट होगा.

बीजेपी जिलाध्यक्ष ने अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं का लिया जायजा

राजसमंद सांसद दीया कुमारी लगातार इन हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. आए दिन वह वर्चुअल मीटिंग करते हुए संबंधित अधिकारियों से संसदीय क्षेत्र की सारी जानकारियां जुटा रही हैं. साथ ही साथ जहां पर जो आवश्यकता है, उसको लेकर उचित निर्देश भी दे रही हैं. इसी क्रम में सांसद दीया कुमारी ने राजसमंद की गंभीर स्थिति को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही यहां के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की और ऑक्सीजन प्लांट को लेकर भी बात की. सांसद दीया कुमारी ना केवल वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से केवल औपचारिकता कर रही हैं, बल्कि फीडबैक भी ले रही हैं.

इसी क्रम में शुक्रवार को नाथद्वारा की राजकीय चिकित्सालय में बीजेपी जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित पहुंचे और उन्होंने वहां का जायजा लिया. साथ ही साथ उन्होंने ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं को लेकर भी अस्पताल प्रशासन से विस्तार से बात की. भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र पुरोहित द्वारा राजकीय चिकित्सालय पंहुच कर ऑक्सीजन प्लांट के कार्य का जायजा लिया और कार्य को शुरू भी करवा दिया गया. उन्होंने फिर सांसद दीया कुमारी से फोन के माध्यम से डॉक्टर कैलाश भारद्वाज से बात करायी और कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही.

राजसमंद. प्रदेश भर में आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसको लेकर जहां प्रदेश सरकार ने कल ही देर रात अहम फैसला लेते हुए 10 मई से 24 मई तक प्रदेश भर में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की. इस घोषणा का एकमात्र मकसद यही है कि संक्रमण चेन टूटे और जल्द से जल्द इस महामारी पर काबू पाया जाए, लेकिन राजसमंद जिला मुख्यालय स्थित आरके चिकित्सालय में कोरोना गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

दरअसल यहां पर दावे तो अक्सर यही करते हैं कि अस्पताल प्रशासन की तरफ से सारी व्यवस्था की गई है. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरीके से पालन कराया जा रहा है, लेकिन आज जो तस्वीरें देखने को मिली, उससे अस्पताल प्रशासन के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. आरके अस्पताल के कोरोना सैंपल संग्रहण केंद्र पर जिलेभर से मरीज पहुंचते हैं और यहां पर कोरोना का सैंपल लेते हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था देखिए कि यहां पर कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने को नहीं मिल रही है. ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचे लोग धूप से परेशान होकर इधर-उधर भटक रहे हैं. साथ ही साथ एक दूसरे से सटकर भी बैठे हुए हैं, लेकिन उन्हें कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाता हुआ नहीं दिख रहा है.

पढ़ें- राजस्थान में 10 से 24 मई तक लॉकडाउन की घोषणा, 31 मई तक रहेगी शादियों पर भी रोक

बता दें कि राजसमंद में इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक के सामने आ रहे हैं और इस बीच जिला मुख्यालय के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की यह लापरवाही कितनी महंगी पड़ सकती है. इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं, क्योंकि यहां पर ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. अब ऐसे में अगर यह संक्रमित होकर अपने-अपने गांव जाते हैं तो वहां पर कोरोना विस्फोट होगा.

बीजेपी जिलाध्यक्ष ने अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं का लिया जायजा

राजसमंद सांसद दीया कुमारी लगातार इन हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. आए दिन वह वर्चुअल मीटिंग करते हुए संबंधित अधिकारियों से संसदीय क्षेत्र की सारी जानकारियां जुटा रही हैं. साथ ही साथ जहां पर जो आवश्यकता है, उसको लेकर उचित निर्देश भी दे रही हैं. इसी क्रम में सांसद दीया कुमारी ने राजसमंद की गंभीर स्थिति को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही यहां के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की और ऑक्सीजन प्लांट को लेकर भी बात की. सांसद दीया कुमारी ना केवल वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से केवल औपचारिकता कर रही हैं, बल्कि फीडबैक भी ले रही हैं.

इसी क्रम में शुक्रवार को नाथद्वारा की राजकीय चिकित्सालय में बीजेपी जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित पहुंचे और उन्होंने वहां का जायजा लिया. साथ ही साथ उन्होंने ऑक्सीजन की व्यवस्थाओं को लेकर भी अस्पताल प्रशासन से विस्तार से बात की. भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र पुरोहित द्वारा राजकीय चिकित्सालय पंहुच कर ऑक्सीजन प्लांट के कार्य का जायजा लिया और कार्य को शुरू भी करवा दिया गया. उन्होंने फिर सांसद दीया कुमारी से फोन के माध्यम से डॉक्टर कैलाश भारद्वाज से बात करायी और कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही.

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