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बरार थानेटा में शराबबंदी की फिर उठी मांग, ग्रामीणों ने की विधायक से मुलाकात

राजसमंद के भीम उपखंड क्षेत्र की बरार थानेटा ग्राम पंचायतों में एक बार फिर से शराबंदी लागू करने के लिए ग्रामीण लामबंद हो गए हैं. शनिवार को भीम देवगढ़ विधायक सुर्दशन सिंह रावत क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर थे. इसी दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने विधायक से मुलाकात कर क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने की मांग की गई.

liquor ban in Rajasthan, demand for prohibition
बरार थानेटा में शराबबंदी की फिर उठी मांग
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Published : Feb 20, 2021, 10:54 PM IST

देवगढ़ (राजसमंद). जिले के भीम उपखंड क्षेत्र की बरार थानेटा ग्राम पंचायतों में एक बार फिर से शराबंदी लागू करने के लिए ग्रामीण लामबंद हो गए हैं. शनिवार को भीम देवगढ़ विधायक सुर्दशन सिंह रावत क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर थे. इसी दौरान बरार थानेटा के सैकड़ों ग्रामीण बरार सरपंच पंकजा सिंह थानेटा सरपंच दीक्षा चौहान के सानिध्य में कामलीघाट चौराहे पर विधायक से मुलाकात की. इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक सुदर्शन सिंह से ग्राम पंचायत क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने की मांग की गई.

विधायक ने तत्काल जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल से दूरभाष पर शराबबन्दी को लेकर वार्ता की गई और दोनों ही ग्राम पंचायतों में बहुत जल्द कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शराबंदी के लिए मतदान करने की बात की गई. वहीं विधायक ने सभी ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि एक दो महीनों में सभी कानूनी कार्रवाई पूरी कर ग्राम पंचायतों में शराबबंदी लागू कर दी जाएगी.

थानेटा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की ओर से वर्ष 2016 से लगातार प्रयास किया जा रहा. शराबबंदी लागू करने के लिए ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था. 2017 में प्रशासन द्वारा कानूनी प्रक्रिया के तहत वोटिंग भी कराई गई थी, लेकिन इसमें ग्रामीणों को 50 से कम प्रतिशत मतदान होने के कारण ग्रामीणों को हार का सामना करना पड़ा था. ग्रामीणों का प्रयास लगातार जारी है.

पढ़ें- 100 से ज्यादा अधिवक्ताओं ने बीजेपी छोड़ थामा कांग्रेस का हाथ

उल्लेखनीय है कि बरार व थानेटा में पिछले 4 सालों से ग्रामीणों की ओर से शराबबंदी को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. वहीं भीम क्षेत्र की काछबली ग्राम पंचायत राजस्थान की पहली ग्राम पंचायत है, जहां पर सबसे पहले शराबंदी लागू हुई थी. जिसके लिए ग्रामीणों ने लंबा संघर्ष भी किया. उसके बाद से ही बरार खिमाखेड़ा थानेटा ठिकरवास कला आदि ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है.

देवगढ़ (राजसमंद). जिले के भीम उपखंड क्षेत्र की बरार थानेटा ग्राम पंचायतों में एक बार फिर से शराबंदी लागू करने के लिए ग्रामीण लामबंद हो गए हैं. शनिवार को भीम देवगढ़ विधायक सुर्दशन सिंह रावत क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर थे. इसी दौरान बरार थानेटा के सैकड़ों ग्रामीण बरार सरपंच पंकजा सिंह थानेटा सरपंच दीक्षा चौहान के सानिध्य में कामलीघाट चौराहे पर विधायक से मुलाकात की. इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक सुदर्शन सिंह से ग्राम पंचायत क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने की मांग की गई.

विधायक ने तत्काल जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल से दूरभाष पर शराबबन्दी को लेकर वार्ता की गई और दोनों ही ग्राम पंचायतों में बहुत जल्द कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शराबंदी के लिए मतदान करने की बात की गई. वहीं विधायक ने सभी ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि एक दो महीनों में सभी कानूनी कार्रवाई पूरी कर ग्राम पंचायतों में शराबबंदी लागू कर दी जाएगी.

थानेटा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की ओर से वर्ष 2016 से लगातार प्रयास किया जा रहा. शराबबंदी लागू करने के लिए ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था. 2017 में प्रशासन द्वारा कानूनी प्रक्रिया के तहत वोटिंग भी कराई गई थी, लेकिन इसमें ग्रामीणों को 50 से कम प्रतिशत मतदान होने के कारण ग्रामीणों को हार का सामना करना पड़ा था. ग्रामीणों का प्रयास लगातार जारी है.

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उल्लेखनीय है कि बरार व थानेटा में पिछले 4 सालों से ग्रामीणों की ओर से शराबबंदी को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. वहीं भीम क्षेत्र की काछबली ग्राम पंचायत राजस्थान की पहली ग्राम पंचायत है, जहां पर सबसे पहले शराबंदी लागू हुई थी. जिसके लिए ग्रामीणों ने लंबा संघर्ष भी किया. उसके बाद से ही बरार खिमाखेड़ा थानेटा ठिकरवास कला आदि ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है.

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