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मचकी का हिंडोला का विराजे प्रभु द्वारिकाधीश - god dwarkadish established

राजसमंद में श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को हिंडोलना महोत्सव मनाया गया. जिसके तहत प्रभु श्री द्वारिकाधीश को मचकी के हिंडोलना में विराजित किया गया. महोत्सव के लिए पूरे रतन चौक परिसर के बगीचे की सजाया गया.

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Published : Aug 10, 2019, 9:15 PM IST

Updated : Aug 10, 2019, 11:47 PM IST

राजसमंद. श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को हिंडोलना महोत्सव मनाया गया. जिसके तहत प्रभु श्री द्वारिकाधीश को मचकी के हिंडोलना में विराजित किया गया. इसके लिए निज मंदिर स्थित पूरे रतन चौक परिसर को आकर्षण सजावट से सजाया गया. इससे पूर्व श्रृंगार के समय प्रभु श्री द्वारकाधीश जी को श्री मस्तक पर श्याम टिपारा पहनाया गया, जिस पर काम के कतरा चंद्रिका, श्याम काछा और वैसा ही पटका, हीरे का आबरण, गुलाबी ठाड़े वस्त्र और माला कट पेछ धराय गए.

राजसमंद में मनाया गया हिंडोलना महोत्सव

तत्पश्चात शाम को प्रभु श्री द्वारिकाधीश को हिंडोलना में विराजित किया गया. इसके लिए रतन चौक परिसर के बीचोबीच रस्सी का झूला भी बनाया गया. जिसमें प्रभु द्वारिकाधीश को विराजित किया गया. प्रभु के सम्मुख यमुना जी के भाव से जल भरकर उससे फव्वारे चलाए गए. महोत्सव को लेकर पूरे रतन चौक परिसर के बगीचे की सजाया गया.

यह भी पढ़े: 'बापू' आज होते तो अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया होता : तुषार गांधी

वहीं श्री द्वारिकाधीश के दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. शहर की महिलाओं ने मंदिर प्रांगण में भजन कीर्तन किया. आपको बता दे कि हिंडोला महोत्सव के तहत प्रभु श्री द्वारकाधीश को हर दिन अलग-अलग हिंडोलना में विराजित किया जाता है.

राजसमंद. श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को हिंडोलना महोत्सव मनाया गया. जिसके तहत प्रभु श्री द्वारिकाधीश को मचकी के हिंडोलना में विराजित किया गया. इसके लिए निज मंदिर स्थित पूरे रतन चौक परिसर को आकर्षण सजावट से सजाया गया. इससे पूर्व श्रृंगार के समय प्रभु श्री द्वारकाधीश जी को श्री मस्तक पर श्याम टिपारा पहनाया गया, जिस पर काम के कतरा चंद्रिका, श्याम काछा और वैसा ही पटका, हीरे का आबरण, गुलाबी ठाड़े वस्त्र और माला कट पेछ धराय गए.

राजसमंद में मनाया गया हिंडोलना महोत्सव

तत्पश्चात शाम को प्रभु श्री द्वारिकाधीश को हिंडोलना में विराजित किया गया. इसके लिए रतन चौक परिसर के बीचोबीच रस्सी का झूला भी बनाया गया. जिसमें प्रभु द्वारिकाधीश को विराजित किया गया. प्रभु के सम्मुख यमुना जी के भाव से जल भरकर उससे फव्वारे चलाए गए. महोत्सव को लेकर पूरे रतन चौक परिसर के बगीचे की सजाया गया.

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वहीं श्री द्वारिकाधीश के दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. शहर की महिलाओं ने मंदिर प्रांगण में भजन कीर्तन किया. आपको बता दे कि हिंडोला महोत्सव के तहत प्रभु श्री द्वारकाधीश को हर दिन अलग-अलग हिंडोलना में विराजित किया जाता है.

Intro:राजसमंद- श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में शनिवार को हिंडोलना महोत्सव के तहत प्रभु श्री द्वारिकाधीश को मचकी के हिंडोलना में विराजित किया गया. इसके लिए निज मंदिर स्थित पूरे रतन चौक परिसर को आकर्षण सजावट से सजाया गया. इससे पूर्व श्रृंगार में प्रभु श्री द्वारकाधीश को श्री मस्तक पर श्याम टिपारा, जिस पर काम के कतरा चंद्रिका, श्याम काछा व वैसा ही पटका, हीरा के आबरण, गुलाबी ठाड़े वस्त्र व माला कट पेछ धराय गए.


Body:तत्पश्चात शाम को हिंडोलना में विराजित किया गया.इसके लिए रतन चौक परिसर के बीचोबीच रस्सी का झूला बनाया गया. जिसमें प्रभु द्वारिकाधीश को विराजित किया गया. प्रभु के सम्मुख यमुना जी के भाव से जल भरा गया. उसमें फव्वारे चलाए गए. वहीं पूरे रतन चौक परिसर को आकर्षण बगीचे की सजावट से भी सजाया गया. इन दर्शनों को करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु श्री द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. तो वहीं शहर की महिलाओं ने भी मंदिर प्रांगण में भजन कीर्तन किया. गौरतलब है. कि हिंडोला महोत्सव के तहत प्रभु श्री द्वारकाधीश को हर दिन अलग-अलग हिंडोलना में विराजित किया जाता है.


Conclusion:
Last Updated : Aug 10, 2019, 11:47 PM IST
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