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राजसमंदः FSO का पद रिक्त, नहीं शुरू हो पाया 'शुद्ध के लिए युद्ध' - FSO post vacant

दिवाली का पावन पर्व को आने में करीब 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है. जिसको लेकर राजसमंद में तैयारियां शुरू हो गई हैं. वहीं शहर की प्रमुख मिष्ठान भंडार की दुकानों पर भी दिवाली के उत्सव में मिठास भरने के लिए मिठाई बनना शुरू हो गई है, लेकिन इन मिठाइयों की क्वालिटी की जांच के लिए चिकित्सा विभाग मुस्तैद नहीं दिखाई दे रहा.

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Published : Oct 14, 2019, 10:58 PM IST

राजसमंद. दिवाली का पावन पर्व को आने में करीब 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है. जिसको लेकर जिले में तैयारियां शुरू हो गई हैं, साथ ही जिले के सभी मिष्ठान भंडारों पर मिठाइयां बनना शुरू हो गई हैं. वहीं दूसरी तरफ इन मिठाइयों की क्वालिटी की जांच के लिए चिकित्सा विभाग मुस्तैद नहीं दिखाई दे रहा.

राजसमंद में एफएसओ का पद रिक्त

बता दें कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए एफएसओ रमेश चंद्र सैनी का तबादला कर उन्हें अजमेर भेज दिया गया था जो पहले राजसमंद में थे. उनकी जगह सवाई माधोपुर से नरेश चेजारा को लगाया गया, लेकिन उन्होंने अभी तक राजसमंद में इस पद को ज्वाइन नहीं किया. जिसके कारण मिष्ठान भंडार की दुकानों पर धड़ल्ले से मिठाइयां बन रही है. जिनकी क्वालिटी को मापने के लिए चिकित्सा विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. जहां एक और दिवाली के त्यौहार को देखते हुए विभाग ने 3 अक्टूबर से प्रदेश में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान शुरू कर रखा है, लेकिन इस अभियान को शुरू होने के बाद भी जिले में करीब इस अभियान के 14 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग कुछ नहीं कर पाया है.

पढ़ेंः राजसमंद में शरद पूर्णिमा पर एक साथ विराजे करीब 102 लड्डू गोपाल

जहां एक और जिले में एफएसओ के दो पद है, जोकि एक पद तो लंबे समय से रिक्त चल रहा है वहीं दूसरा पद वर्तमान में हुए ट्रांसफर के कारण खाली है. वहीं ईटीवी भारत ने जब चिकित्सा विभाग की पिछले 5 सालों के जिले के मिष्ठान भंडारों से लिए गए सैम्पलों के आंकड़े खंगाले तो सामने आया कि 2015 से लेकर 2019 अक्टूबर तक विभाग ने करीब 472 सैंपल लिए. बता दें कि जब ईटीवी भारत ने सीएमएचओ जेपी बुनकर से सवाल पूछा कि प्रदेश भर में विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जिले में अभी तक यह अभियान शुरू नहीं हो पाया. जिसको लेकर उन्होंने बताया कि एफएसओ नहीं होने के कारण अभियान की शुरुआत नहीं हो पाई.

राजसमंद. दिवाली का पावन पर्व को आने में करीब 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है. जिसको लेकर जिले में तैयारियां शुरू हो गई हैं, साथ ही जिले के सभी मिष्ठान भंडारों पर मिठाइयां बनना शुरू हो गई हैं. वहीं दूसरी तरफ इन मिठाइयों की क्वालिटी की जांच के लिए चिकित्सा विभाग मुस्तैद नहीं दिखाई दे रहा.

राजसमंद में एफएसओ का पद रिक्त

बता दें कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए एफएसओ रमेश चंद्र सैनी का तबादला कर उन्हें अजमेर भेज दिया गया था जो पहले राजसमंद में थे. उनकी जगह सवाई माधोपुर से नरेश चेजारा को लगाया गया, लेकिन उन्होंने अभी तक राजसमंद में इस पद को ज्वाइन नहीं किया. जिसके कारण मिष्ठान भंडार की दुकानों पर धड़ल्ले से मिठाइयां बन रही है. जिनकी क्वालिटी को मापने के लिए चिकित्सा विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. जहां एक और दिवाली के त्यौहार को देखते हुए विभाग ने 3 अक्टूबर से प्रदेश में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान शुरू कर रखा है, लेकिन इस अभियान को शुरू होने के बाद भी जिले में करीब इस अभियान के 14 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग कुछ नहीं कर पाया है.

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जहां एक और जिले में एफएसओ के दो पद है, जोकि एक पद तो लंबे समय से रिक्त चल रहा है वहीं दूसरा पद वर्तमान में हुए ट्रांसफर के कारण खाली है. वहीं ईटीवी भारत ने जब चिकित्सा विभाग की पिछले 5 सालों के जिले के मिष्ठान भंडारों से लिए गए सैम्पलों के आंकड़े खंगाले तो सामने आया कि 2015 से लेकर 2019 अक्टूबर तक विभाग ने करीब 472 सैंपल लिए. बता दें कि जब ईटीवी भारत ने सीएमएचओ जेपी बुनकर से सवाल पूछा कि प्रदेश भर में विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जिले में अभी तक यह अभियान शुरू नहीं हो पाया. जिसको लेकर उन्होंने बताया कि एफएसओ नहीं होने के कारण अभियान की शुरुआत नहीं हो पाई.

Intro:राजसमंद- दिवाली का पावन पर्व को आने में करीब 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है. जिसको लेकर जहां शहरवासियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं शहर की प्रमुख मिष्ठान भंडार की दुकानों पर भी दिवाली के उत्सव मैं मिठास भरने के लिए मिठाई बना शुरू हो गई है. लेकिन जहां एक और जिले के सभी मिष्ठान भंडारों पर मिठाइयां बनना शुरू हो गई है. तो वहीं दूसरी तरफ इन मिठाईयों की क्वालिटी की जांच के लिए चिकित्सा विभाग मुस्तैद नहीं दिखाई दे रहा. अभी तक चिकित्सा विभाग ने एक भी मिष्ठान भंडार से मिठाइयों का सैंपल नहीं लिया. जिसका मुख्य कारण है. जिले में एफएसओ ( खाद्य निरीक्षक )का पद रिक्त चल रहा है. जिसके कारण चिकित्सा विभाग मिलावट खोरी रोकने के लिए चिकित्सा विभाग नाकाम दिखाई दे रहा है.


Body:आपको बता दें. कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए एफएसओ रमेश चंद्र सैनी का तबादला कर उन्हें अजमेर भेज दिया गया था. जो पहले राजसमंद में थे.उनकी जगह सवाई माधोपुर से नरेश चेजारा को लगाया गया. लेकिन उन्होंने अभी तक राजसमंद में इस पद को ज्वाइन नहीं किया. जिसके कारण मिष्ठान भंडार की दुकानों पर धड़ल्ले से मिठाइयां बन रही है. जिन की क्वालिटी को मापने के लिए चिकित्सा विभाग मुख्य दर्शक बना हुआ है. जहां एक और दिवाली के त्यौहार को देखते हुए विभाग ने 3 अक्टूबर से प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू कर रखा है. लेकिन इस अभियान को शुरू होने के बाद भी राजसमंद में करीब इस अभियान के 14 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग कुछ नहीं कर पाया है. जहां एक और राजसमंद जिले में एफएसओ के दो पद है. जोकि एक पद तो लंबे समय से रिक्त चल रहा है. तो वही दूसरा पद वर्तमान में हुए ट्रांसफर के कारण खाली है. वही ईटीवी भारत ने जब चिकित्सा विभाग की पिछले 5 सालों के राजसमंद जिले के मिष्ठान भंडारों से लिए गए.सैम्पलों क्या आंकड़े खंगाले तो सामने आया कि 2015 से लेकर 2019 अक्टूबर तक विभाग ने करीब 472 सैंपल लिए. जिनमें से 315 सैंपल पास हुए.जबकि 155 सैंपल फेल हुए. वही आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 5 सालों में 155 सैंपल विभाग द्वारा फेल बताए गए. यानी कि इन मिठाइयों या अन्य सामग्रियों में मिलावट रही. वहीं जब ईटीवी भारत ने सीएमएचओ जेपी बुनकर से सवाल पूछा कि प्रदेश भर में विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू हो गया है.लेकिन राजसमंद में अभी तक शुरू नहीं हो पाया जिसको लेकर उन्होंने बताया कि एफएसओ नहीं होने के कारण अभियान की शुरुआत नहीं हो पाई. वहीं उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर से प्रदेश सरकार ने गुटके और सुपारी में निकोटीन वाले गुटको को पर रोक लगाई है. जिनके ऊपर कारवाई भी तभी की जाएगी. जब नए एफएसओ पदभार ग्रहण करेंगे.


Conclusion:अब देखना होगा. कि कब नहीं एसएसओ पदभार ग्रहण करते हैं. क्योंकि दिवाली के पर्व को आने में अब करीब 2 सप्ताह से भी कम समय बचा है.लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण कहीं आम जनता को भारी परेशानी का सामना ना उठाना पड़े.क्योंकि जिस प्रकार से पिछले 5 साल के रिकॉर्ड को देखें तो राजसमंद जिले में मिलावटी क्वालिटी के मिठाइयों के आंकड़े विभाग को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं.
बाइक- सीएमएचओ जेपी बुनकर
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