देवगढ़ (राजसमन्द). राजस्थान रावत-राजपूत महासभा के तत्वावधान में सुजावत वंशज मंडला की ओर से सुजाजी जयंती पर 17वां सामूहिक विवाह सम्मेलन घणा बेड़ा माताजी मंदिर परिसर में महासभा प्रदेश अध्यक्ष नाथू सिंह चौहान घाटा की अध्यक्षता में और सरपंच कंचन कंवर भूपेंद्र सिंह के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ.
यह भी पढ़ें: Special: अयोध्या की जमीन पर राम भक्तों की आगवानी करेगा जोधपुर के सेंड स्टोन से बना भव्य द्वार
बतां दें कि वर वधु ग्राम पंचायत डूंगाजी का गांव मुख्यालय पर इक्कठे हुए. वहीं से सभी दूल्हे घोड़े पर सवार होकर और दुल्हन रथ में सवार होकर बिंदोली निकाली. बिंदोली डूंगा जी का गांव, दो कुड़ी होते हुए घणाबेड़ा माताजी मंदिर परिसर पहुंचे. जिसके बाद बिंदोली का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ और पुष्प वर्षा की गई. इस दौरान कोविड -19 के चलते अनुपालना करते हुए सोशल डिस्टेंस, फेस मास्क, सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई.
विवाह आयोजन स्थल पर पं. सोमेश शर्मा के सानिध्य में सभी 11 वैवाहिक जोड़ों का सामूहिक रूप से वरमाला और पाणिग्रहण संस्कार का आयोजन किया गया. इस सामूहिक विवाह के आयोजन में भामाशाह मोती सिंह सुजावत, मोहन सिंह भूरियाखेड़ा, जसवंत सिंह मण्डावर, मधु रावत भादसी, छितर सिंह सुजावत, हीरा सिंह भादसी, करण सिंह पाली सहित समाजबंधु मौजूद रहे.
इन्होंने थामा एक-दूसरे का दामन
सामूहिक विवाह सम्मेलन में नरवर-दिवेर क्षेत्र के 11 जोड़ों का सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ, जिसमें रेखा कंवर लोटियाना और ओमप्रकाश सिंह खोडमाल, लीला कंवर नारेली और किशन सिंह घाटा, करिश्मा कंवर आमनेर और जितेंद्र सिंह खेंराटा, त्रिशला कंवर गोदाजी का गांव और भूपेंद्र सिंह पीपलवाला, ललित कंवर भीम और चैनसिंह जालिया पीथावास, सविता अरनाली और सूर्यदेवसिंह बुझारेल, रेखा कंवर अजमेर और साहिबा सिंह अजमेर, कंचन कंवर कलालिया और महिपालसिंह भागावड, नर्बदा कंवर तीतरी और गोविंद सिंह राशमी, नीला कंवर पिपलिया और महावीर सिंह धापडा का विवाह आयोजन किया गया.