राजसमंद. पर्यावरण में बढ़ते असंतुलन को लेकर जहां एक और पूरी मानव जाति का अस्तित्व खतरे में है. क्योंकि मनुष्य अपनी इच्छाओं की पूर्ति को लेकर तेजी से जंगलों व पेड़ पौधों काटता जा रहा है. अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए तेजी से नई नई इमारतों के अलावा मॉल में मकानों का निर्माण कराया जा रहा है. जिसके कारण इससे शुद्ध हवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होती जा रही है. तो वहीं इसी समस्या से भारत भी अलग नहीं है. देखा जाए तो आज की स्थिति में पेड़ पौधों की इतनी विकट स्थिति हो गई है कि भारत में रहने वाले हर व्यक्ति के हिस्से में मात्र 24 पेड़ ही बचे हैं.
तो वहीं इसी समस्या से लोगों को अवगत कराने के लिए और पेड़ पौधों का महत्व बताते हुए ईटीवी भारत ने भी ईटीवी भारत ग्रीन राजस्थान मुहिम शुरू की. जिसके तहत लोगों को पेड़ पौधों का घटते संकट से पर्यावरणविद के माध्यम से पूरे राजस्थान भर में अलग-अलग जगह पर्यावरणविद के माध्यम से पेड़ लगाने की अपील करने हेतु कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी के तहत बुधवार को राजस्थान के राजसमंद जिला मुख्यालय के कौशल विकास केंद्र में पढ़ रहे हैं. छात्र छात्राओं को पर्यावरण को लेकर संरक्षित रखने के लिए और जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से बचने के लिए पेड़ लगाने की मुहिम से जुड़कर अपने आसपास पेड़ लगाने का लेकर पहल की गई.
वहीं कौशल विकास केंद्र में छात्र छात्राओं को पर्यावरणविद दिनेश श्रीमाली ने कहा कि ईटीवी भारत ने जो पर्यावरण के संरक्षण को लेकर मुहिम छेड़ रखी है अकल्पनीय है. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत की मुहिम बहुत सराहनीय है. इस मुहिम के साथ हर व्यक्ति को जुड़ना होगा. उन्होंने कहा कि पूरे देश में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन का संकट मंडरा रहा है. इस संकट से निपटने के लिए हमें पेड़ लगाना बहुत आवश्यक है.
वहीं उन्होंने कहा कि हम इस मानसून में कौन से पेड़ पौधों का चयन करें. जिन पेड़-पौधों को पशु पक्षी कम नुकसान करें. वहीं कौशल विकास केंद्र में मौजूद छात्र छात्राओं ने भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपनी बातें रखी और सभी ने पर्यावरण को सुरक्षित और पेड़ लगाने की शपथ भी ली. वहीं ईटीवी भारत में अपने दर्शकों से यही अपील करता है कि आप भी जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से बचने के लिए और प्रकृति को संरक्षित रखने के लिए पेड़ जरूर लगाएं.