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राजसमंद: पैंथर का आतंक, 20 भेड़ और 7 बकरियों को बनाया शिकार - राजस्थान हिंदी खबर

राजसमंद के कामा गांव में पैंथर का आतंक मचा है. पैंथर ने गायरियों की भागल के एक बाड़े में घुसकर 20 भेड़ और 7 बकरियों का शिकार किया. पशुपालक और उसके परिवार ने वन विभाग से जल्दी मुआवजा दिलाने की गुजारिश की है.

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पैंथर का आतंक
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Published : Feb 16, 2021, 1:59 PM IST

राजसमंद. कामा गांव में पैंथर का आतंक मचा है. पैंथर ने खमनोर इलाके के कामा गांव के भूरा पुत्र भैरा गायरी के बाड़े में घुसकर मवेशियों का शिकार किया. पैंथर ने करीब 20 भेड़ और 7 बकरियों का शिकार कर लिया. सुबह भूरा बाड़े में पहुंचा तो आधी भेड़-बकिरयां मृत पड़ी.

परिवार के सदस्यों को भेड़ बकरियों के चिल्लाने तक की आवाज नहीं आई. घटना पर हल्दी घाटी वन नाका में कार्यरत वनकर्मी नंदू गमेती गायरियों की भागल पहुंचा. वनकर्मी ने मौका-पर्चा बनाया और पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कुलदीप कौशिक, कम्पाउण्डर अमृतलाल मीणा और अन्य की टीम ने भेड़ों का पोस्टमार्टम किया.

यह भी पढ़ें: ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स: PM मोदी की ओर से आज चादर पेश करेंगे मुख्तार अब्बास नकवी

पशुपालक ने बताया कि उसका और परिवार का गुजारा इन मवेशियों से प्राप्त दूध, ऊन और खेती से होता है. 27 भेड़-बकरियों के शिकार से उसे करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हो गया है. चिंतित पशुपालक और उसके परिवार ने वन विभाग से जल्दी मुआवजा दिलाने की गुजारिश की है. नाथद्वारा क्षेत्रीय वन अधिकारी इस्माइल शेख ने कहा कि नियमानुसार मुआवजा दिलवाएंगे.

राजसमंद. कामा गांव में पैंथर का आतंक मचा है. पैंथर ने खमनोर इलाके के कामा गांव के भूरा पुत्र भैरा गायरी के बाड़े में घुसकर मवेशियों का शिकार किया. पैंथर ने करीब 20 भेड़ और 7 बकरियों का शिकार कर लिया. सुबह भूरा बाड़े में पहुंचा तो आधी भेड़-बकिरयां मृत पड़ी.

परिवार के सदस्यों को भेड़ बकरियों के चिल्लाने तक की आवाज नहीं आई. घटना पर हल्दी घाटी वन नाका में कार्यरत वनकर्मी नंदू गमेती गायरियों की भागल पहुंचा. वनकर्मी ने मौका-पर्चा बनाया और पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कुलदीप कौशिक, कम्पाउण्डर अमृतलाल मीणा और अन्य की टीम ने भेड़ों का पोस्टमार्टम किया.

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पशुपालक ने बताया कि उसका और परिवार का गुजारा इन मवेशियों से प्राप्त दूध, ऊन और खेती से होता है. 27 भेड़-बकरियों के शिकार से उसे करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हो गया है. चिंतित पशुपालक और उसके परिवार ने वन विभाग से जल्दी मुआवजा दिलाने की गुजारिश की है. नाथद्वारा क्षेत्रीय वन अधिकारी इस्माइल शेख ने कहा कि नियमानुसार मुआवजा दिलवाएंगे.

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