राजसमंद. जिले के भीम उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मण्डावर के चतरपुरा गांव निवासी मोहन सिंह की उदयपुर स्थित महाराणा भोपाल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. जानकारी के अनुसार मोहन सिंह अजमेर के पंजाब एंड सिंध बैंक में सुरक्षा गार्ड में कार्यरत थे. इनके पुत्र इंद्रसिंह ने बताया कि जहरीले जानवर के काटने पर मोहन को देवगढ़ हॉस्पिटल ले जाया गया. इन्फेक्शन बढ़ने पर उन्हे उदयपुर महाराणा भूपाल हॉस्पिटल ले गए, जहां इलाज के दौरान रविवार शाम उनका निधन हो गया.
कोरोना एडवाजरी की पालना
मोहन सिंह के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार के वक्त कोरोना एडवाजरी की पालना की गई. पूर्व कोरोना ग्राम पंचायत प्रभारी जसराम मीणा, सरपंच प्यारी रावत और सुरक्षा गार्ड दयाशंकर पालीवाल ने चतरपुरा पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया. जिसके चलते एडवाजरी के अनुरूप अंतिम दर्शनों हेतु परिवार के चुनिंदा लोग ही शरीक हुए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी की गई.
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तीये की बैठक और 12वां नहीं करने का लिया फैसला
मृतक मोहन सिंह के परिवार में उनकी पत्नी अनछी देवी दो पुत्र इंद्र सिंह और गोपाल सिंह हैं. परिजनों ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है. इस कारण से तीये की बैठक और मृत्यु के 12वें दिन का कार्यक्रम नहीं किया जाएगा.