राजसमंद. प्रदेश में इंदिरा रसोई योजना को लेकर एक बार फिर से सियासत गरमा गई है. भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से गरीब निर्धन व्यक्तियों के लिए इंदिरा रसोई योजना शुरू करने की घोषणा पर सियासत शुरू हो गई है. इस योजना को लेकर राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.
विधायक माहेश्वरी ने कहा कि, इससे कांग्रेस की कुंठित मानसिकता झलकती है. ये योजना अन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से चलती थी. अन्नपूर्णा योजना गरीब को भोजन देती थी. माहेश्वरी ने कहा की कोरोना महामारी के संकट के समय सरकार ने अन्नपूर्णा रसोई योजना बंद कर दी. जिसकी वास्तव में बहुत जरूरत थी. हम लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि, अन्नपूर्णा रसोई योजना को फिर से शुरू किया जाए. लेकिन सरकार ने अन्नपूर्णा रसोई योजना शुरू नहीं की. लेकिन अब सरकार ने उस अन्नपूर्णा योजना का नाम बदलकर इंदिरा गांधी के नाम पर उसको फिर से शुरू किया है.
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माहेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस सदैव परिवार वादी राजनीति करती है. कांग्रेस को देश से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि, हिंदू संस्कृति में अन्नपूर्णा शब्द को माता का रूप दिया जाता है. लेकिन कांग्रेस सरकार के उस नाम को हटाकर इंदिरा का नाम लगाना कांग्रेस की कुंठित मानसिकता को दर्शाती है. वहीं माहेश्वरी ने भारत और चीन के सीमा विवाद को लेकर कहा कि, जिस तरह से कांग्रेस के नेतागण बयानबाजी करके सेना का अपमान कर रहे हैं. यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
बता दें कि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी के लिए जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों और लोगों से संवाद किया. वहीं इस दौरान अशोक गहलोत ने अन्नपूर्णा योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई योजना करने की घोषणा की. जिसे मुद्दे को लेकर राजनीति जारी है.