राजसमंद. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को अपने अल्प प्रवास पर राजसमंद जिले के देवगढ़ में आयोजित विभिन्न सार्वजनिक समारोह में भाग लेने पहुंचे. गहलोत ने इस दौरान बड़ी माला पहनी और लोगों से हाथ मिलाया.
गहलोत ने हजारों की भीड़ के बीच सौभाग्य मदन गोशाला का लोकार्पण तथा सरकारी डिस्पेंसरी व विद्युत केंद्र का शुभारंभ किया. गहलोत के साथ चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा बीडी कल्ला, उदयलाल आंजना एवं अनेक विधायक भी उपस्थित रहे.
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संबोधन देते हुए अशोक गहलोत ने माना कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ऐसे सार्वजनिक समारोह नहीं होने चाहिए. सरकार ने सतर्कता बरतते हुए प्रदेश भर में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आज के समारोह में बड़ी संख्या में लोग खासकर महिलाएं आई हैं. यह जोखिम भरा है. हमें ऐसे सार्वजनिक समारोह से बचना चाहिए.
गहलोत ने कहा कि राजसमंद और देवगढ़ की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए 14 मार्च के कार्यक्रम यथावत रखे गए थे. साथ ही भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पता है कि पिछली भाजपा सरकार ने राजसमंद में विकास के कार्य नहीं करवाए. इसलिए अब पेयजल की भीषण समस्या बनी हुई है. उन्होंने जल्द ही पेयजल समस्या से समाधान दिलाने की बात कही.
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गहलोत ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे समारोह पर स्वयं भी विचार करूंगा. क्योंकि मौजूदा माहौल में ऐसे सार्वजनिक समारोह नहीं होने चाहिए. इसलिए सरकार भी पूरी सर्तकता बरसेगी.
हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है. वहीं लोगों से भी आह्वान किया कि वे सर्तक रहते हुए कोरोनावायरस से सावधान रहें. क्योंकि सावधानी बरतने की जिम्मेदारी सबकी है. गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने 30 मार्च तक प्रदेश के सभी कोचिंग सेंटर, स्कूल, कॉलेज और थिएटर बंद किए हैं .