नाथद्वारा (राजसमंद). उपखंड के बामनहेड़ा गांव में पैंथर की लगातार रिहायशी इलाकों में मूवमेंट के बाद पिंजरा लगाया गया था. आज सुबह करीब 6 बजे पैंथर पकड़ा में आया है. इसकी सूचना पर नाथद्वारा और राजसमंद से पहुंची टीमों ने पंजरे की गाड़ी में रखवाकर राजसमंद के लिए रवाना किया है. वहीं बागोल गांव में भी रिहाइशी इलाके में खेत पर बने कुएं के पास पैंथर देखा गया, जिसे नाथद्वारा टीम द्वारा ग्रामीणों की मदद से पकड़ा गया है.
रेंजर स्माइल शेख ने बताया कि बामनहेड़ा गांव में ग्रमीणों की मांग पर पिंजरा लगाया गया था. आज सुबह पैंथर के पकड़े जाने पर राजसमंद और नाथद्वारा की टीम ने मौके पर पहुंचकर पैंथर को राजसमंद ले जाया गया, जहां उसके स्वास्थ्य जांच के बाद उसे छोड़ने की कार्रवाई की जाएगी. कार्रवाई के दौरान ही बागोल गांव से सूचना मिली कि एक पैंथर खेत पर बने कुएं के पास बैठा हुआ है. इस पर मय टीम मौके पर पहुंचकर ग्रमीणों की मदद से झाड़ियों में छिपे पैंथर का रेस्क्यू किया.
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उन्होंने बताया कि बामनहेड़ा में पकड़ा गया पैंथर साढ़े तीन साल का स्वस्थ नर है. वहीं बागोल वाला डेढ़ साल का शावक है, जो कुछ अस्वस्थ प्रतीत हो रहा है. उसका इलाज करवाकर स्वस्थ्य होने पर जंगल में छोड़ा जाएगा. रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के रेंजर मोहम्मद स्माइल शेख, वन पाल रतनलाल, रामचंद्र पालीवाल, वन रक्षक अश्विन गुर्जर, नंदू गमेती, मोनिका पालीवाल, कमलेश मीणा, तुलसीराम कुमावत ने ग्रमीणों की मदद से शावक को पकड़ा है.