राजसमंद. राजस्थान में 4 सीटों पर आगामी दिनों में उपचुनाव होने वाले हैं, लेकिन चारों सीटों में राजसमंद सबसे हॉट सीट बनी हुई है. राजसमंद विधानसभा सीट को जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है. बीजेपी जहां अपने दो दशक पुराने घर को बरकरार रखना चाहती है. वहीं, कांग्रेस 2 दशक बाद इस सीट को हाथ में लेना चाहती है. ऐसे में दोनों ही पार्टियों के आला नेता लगातार राजसमंद के दौरे कर रहे हैं. इसी कड़ी में भाजपा के राजसमंद उपचुनाव प्रभारी वासुदेव देवनानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने खास बातचीत के दौरान कहा कि उपचुनाव में चारों सीटों पर कमल खिलेगा. प्रदेश की गहलोत सरकार उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होते ही गिर जाएगी, क्योंकि आपसी खींचतान में फंसी यह सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चल सकती. उन्होंने बताया कि वो पिछले 2 दिन से लगातार भाजपा के विभिन्न प्रकोष्ठों और मोर्चों के कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उनसे चुनाव के मद्देनजर फीडबैक ले रहे हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि निकाय चुनाव में मिली हार का बदला वो विधानसभा उपचुनाव में जीत के साथ लेंगे. देवनानी ने कहा कि वो लगातार शक्ति केंद्रों के कार्यकर्ताओं की भी बैठक लेकर उन्हें चुनावी तैयारियों के लिए निर्देशित कर रहे हैं.
भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि विपक्ष के नेता किरण माहेश्वरी को लेकर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने यहां कोई भी कार्य नहीं कराया, लेकिन उनको पता नहीं कि राजसमंद में जो भी कार्य हुए हैं, वो किरण माहेश्वरी की ही देन हैं. राजसमंद भाजपा में टिकट के करीब बहुत से 15 दावेदार होने के सवाल पर वासुदेव देवनानी ने कहा कि उनकी पार्टी में लोकतंत्र की परंपरा है. सभी को टिकट मांगने का अधिकार है, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट देगा. सभी भाजपा नेता एकजुट होकर कमल को जीत दिलाएंगे. देवनानी ने कहा कि यहां कोई प्रत्याशी नहीं होगा, बल्कि कमल का फूल ही प्रत्याशी होगा.
वहीं, किसान आंदोलन और देश में बढ़ती पेट्रोल की कीमतों के मुद्दे पर देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार अगर अपने वैट में कटौती कर दे तो पेट्रोल की कीमतों में वैसे ही कमी आ जाएगी, क्योंकि राजस्थान के सीमावर्ती पांच राज्यों में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में ही बिक रहा है, लेकिन वैट में कमी करने के बजाए लगातार मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को कोस रहे हैं. किसान आंदोलन पर वासुदेव देवनानी ने कहा कि कांग्रेस के नेता इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं, जबकि भाजपा सरकार किसानों के साथ वार्ता को तैयार है और तीनों कृषि कानून किसानों के हित में ही पास किए गए हैं.
साथ ही वासुदेव देवनानी ने शिक्षा के मुद्दे पर गोविंद डोटासरा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पिछली भाजपा सरकार में राजस्थान शिक्षा के पायदान में देश पर दूसरे नंबर पर आ गया था, लेकिन अब फिर से राज्य शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ गया है. शिक्षा मंत्री जो दावा कर रहे हैं, वो महज खोखले हैं.
राजसमंद जिले में गहलोत सरकार के मंत्रियों की ने जो घोषणाओं की बौछार की हैं, उस पर वासुदेव देवनानी ने कहा कि ये महज ख्याली पुलाव है. उन्होंने कहा कि इनमें से एक भी योजना हकीकत का रूप नहीं ले पाएगा. ये पिछला पैसा ही राजसमंद को दिया जा रहा है, इसमें नया क्या है. अगर डीएमएफटी का फंड का पैसा दो साल पहले ही किरण माहेश्वरी के समय दे दिया जाता तो आज ये विकास कार्य मूर्त रूप ले लेते.
वहीं, उन्होंने शांति धारीवाल के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने योजनाओं के बारे में जो मतदाताओं को लालच दिया है, उसे जनता समझती है और चुनाव में इसका जवाब कांग्रेस को देगी. देवनानी ने चारों सीटों पर जीत का दावा करते हुए कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर निशाना साधा और कहा कि आज छोटे से लेकर बड़े बड़े अधिकारी तक एसीबी ट्रैप में फंस रहे हैं. ये सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद आपसी फूट के कारण ये सरकार गिर जाएगी.