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खबर का असर: राजसमंद में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और नगर परिषद की टीम ने रैन बसेरों का लिया जायजा - नगर परिषद

'खुले आसमान के नीचे बीत रहे रैन.. बसेरे का नहीं है इंतजाम' हेडिंग प्रकाशित ईटीवी भारत की खबर का जिले में असर दिख रहा है. खबर प्रकाशित होने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं नगर परिषद के संयुक्त तत्वाधान में टीम मौके पर पहुंची, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार और नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने श्री द्वारकेश सब्जी मंडी के पार्किंग में रह रहे लोगों से हाल चाल जाने.

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राजसमंद में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और नगर परिषद की टीम ने रैन बसेरों का जायजा लिया
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Published : Jan 4, 2020, 4:21 PM IST

Updated : Jan 4, 2020, 11:26 PM IST

राजसमंद. 'खुले आसमान के नीचे बीत रहे रैन.. बसेरे का नहीं है इंतजाम' हेडिंग प्रकाशित ईटीवी भारत की खबर का जिले में असर दिख रहा है. खबर प्रकाशित होने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार ने राजसमंद नगर परिषद को पत्र लिखकर इस से अवगत कराया. इसके बाद रात 8 बजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं नगर परिषद के संयुक्त तत्वाधान में टीम मौके पर पहुंची. जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार और नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने श्री द्वारकेश सब्जी मंडी के पार्किंग रह रहे लोगों से हाल चाल जाने.

राजसमंद में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और नगर परिषद की टीम ने रैन बसेरों का जायजा लिया

वहीं लंबे समय से वहां रह रहे लोगों ने रैन बसेरा में जाने से इंकार कर दिया. जबकि कुछ जाने को तैयार हुए. खुले में सोने को मजबूर इन लोगों की मांग है कि उन्हें किसी प्रकार की स्थाई जगह दे दी जाए, जिससे वह अपना जीवन यापन कर सकें. वहां रह रहे लोगों का कहना है कि लंबे समय तक रैन बसेरों में नहीं रह सकते हैं. इसलिए स्थाई जगह दे दी जाए. जिस पर एडीजे नरेंद्र कुमार ने कहा कि इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी, लेकिन फिलहाल आप सभी लोगों को रैन बसेरों में कुछ समय व्यतीत करना पड़ेगा.

वहां रह रहे लोगों से जब नरेंद्र कुमार ने पूछा कि आप अपने बच्चों को पढ़ाते हैं या नहीं, तो उनलोगों का जवाब आया नहीं. यह सुनकर नरेंद्र कुमार खासे नाराज हुए और उन्होंने कहा कि आप बड़े लोगों का तो समय बीत रहा है, लेकिन बच्चों का ध्यान रखें. इस प्रकार का काम कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सुप्रीम कोर्ट की खास गाइडलाइन है की सभी बच्चों को शिक्षा दिया जाए.

यह भी पढ़ें- खबर का असर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने नगर परिषद को लिखा पत्र, दिया रैन बसेरे में भेजने के...

इसके बाद एडीजे नरेंद्र कुमार और आयुक्त जनार्दन शर्मा रैन बसेरा के दौरे पर निकले ईटीवी भारत की टीम भी उनके साथ मौके पर रही. उन्होंने कांकरोली के भीलवाड़ा स्थित रोड पर रैन बसेरा का मुआयना किया. जहां वर्तमान में रैन बसेरे में 13 से अधिक लोग आराम करते हुए दिखाई दिए, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी. वहीं ईटीवी भारत ने भी रैन बसेरों में रह रहे लोगों से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में किसी प्रकार की परेशानी नहीं है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल: खुले आसमान के नीचे बीत रही रैन...बसेरे का नहीं है इंतजाम

रैन बसेरे में रह रहे लोगों का कहना है कि भोजन की दिक्कत है, जिसे लेकर एडीजे नरेंद्र कुमार ने भोजन की व्यवस्था कराने की बात कही. वहीं जनार्दन शर्मा ने भी अधिकारियों को निर्देश दिया कि चाहे कितने भी लोग आए, उन्हें रहने की व्यवस्था की जाए और वहां रहने वाले लोगों से कहा कि किसी को भी कोई परेशानी हो, तो वे मुझसे पर्सनल संपर्क कर सकते हैं.

राजसमंद. 'खुले आसमान के नीचे बीत रहे रैन.. बसेरे का नहीं है इंतजाम' हेडिंग प्रकाशित ईटीवी भारत की खबर का जिले में असर दिख रहा है. खबर प्रकाशित होने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार ने राजसमंद नगर परिषद को पत्र लिखकर इस से अवगत कराया. इसके बाद रात 8 बजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं नगर परिषद के संयुक्त तत्वाधान में टीम मौके पर पहुंची. जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार और नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने श्री द्वारकेश सब्जी मंडी के पार्किंग रह रहे लोगों से हाल चाल जाने.

राजसमंद में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और नगर परिषद की टीम ने रैन बसेरों का जायजा लिया

वहीं लंबे समय से वहां रह रहे लोगों ने रैन बसेरा में जाने से इंकार कर दिया. जबकि कुछ जाने को तैयार हुए. खुले में सोने को मजबूर इन लोगों की मांग है कि उन्हें किसी प्रकार की स्थाई जगह दे दी जाए, जिससे वह अपना जीवन यापन कर सकें. वहां रह रहे लोगों का कहना है कि लंबे समय तक रैन बसेरों में नहीं रह सकते हैं. इसलिए स्थाई जगह दे दी जाए. जिस पर एडीजे नरेंद्र कुमार ने कहा कि इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी, लेकिन फिलहाल आप सभी लोगों को रैन बसेरों में कुछ समय व्यतीत करना पड़ेगा.

वहां रह रहे लोगों से जब नरेंद्र कुमार ने पूछा कि आप अपने बच्चों को पढ़ाते हैं या नहीं, तो उनलोगों का जवाब आया नहीं. यह सुनकर नरेंद्र कुमार खासे नाराज हुए और उन्होंने कहा कि आप बड़े लोगों का तो समय बीत रहा है, लेकिन बच्चों का ध्यान रखें. इस प्रकार का काम कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सुप्रीम कोर्ट की खास गाइडलाइन है की सभी बच्चों को शिक्षा दिया जाए.

यह भी पढ़ें- खबर का असर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने नगर परिषद को लिखा पत्र, दिया रैन बसेरे में भेजने के...

इसके बाद एडीजे नरेंद्र कुमार और आयुक्त जनार्दन शर्मा रैन बसेरा के दौरे पर निकले ईटीवी भारत की टीम भी उनके साथ मौके पर रही. उन्होंने कांकरोली के भीलवाड़ा स्थित रोड पर रैन बसेरा का मुआयना किया. जहां वर्तमान में रैन बसेरे में 13 से अधिक लोग आराम करते हुए दिखाई दिए, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी. वहीं ईटीवी भारत ने भी रैन बसेरों में रह रहे लोगों से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में किसी प्रकार की परेशानी नहीं है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल: खुले आसमान के नीचे बीत रही रैन...बसेरे का नहीं है इंतजाम

रैन बसेरे में रह रहे लोगों का कहना है कि भोजन की दिक्कत है, जिसे लेकर एडीजे नरेंद्र कुमार ने भोजन की व्यवस्था कराने की बात कही. वहीं जनार्दन शर्मा ने भी अधिकारियों को निर्देश दिया कि चाहे कितने भी लोग आए, उन्हें रहने की व्यवस्था की जाए और वहां रहने वाले लोगों से कहा कि किसी को भी कोई परेशानी हो, तो वे मुझसे पर्सनल संपर्क कर सकते हैं.

Intro:राजसमंद- जिला मुख्यालय के श्री द्वारकेश सब्जी मंडी के पार्किंग में खुले आसमान के नीचे बीत रहे रैन.. बसेरे का नहीं है इंतजाम इसे लेकर ईटीवी भारत प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित होने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार ने राजसमंद नगर परिषद को पत्र लिखकर इस से अवगत कराया. इसके बाद रात 8 बजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं नगर परिषद के संयुक्त तत्वाधान में टीम मौके पर पहुंची. जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार और नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा भी श्री द्वारकेश सब्जी मंडी के पार्किंग रह रहे लोगों के पास पहुंचे.


Body:और उनसे बातचीत की लेकिन लंबे समय से वहां रह रहे लोगों ने रैन बसेरा में जाने से इंकार कर दिया. जबकि कुछ जाने को तैयार हुई है. खुले में सोने को मजबूर इन लोगों की मांग है. कि उन्हें किसी प्रकार की स्थाई जगह दे दी जाए. जिससे वह अपना जीवन यापन कर सके. वहां रह रहे लोगों का कहना है. कि लंबे समय तक रेन बसेरों में नहीं रह सकते है. इसलिए स्थाई जगह दे दी जाए. जिस पर एडीजे नरेंद्र कुमार ने कहा कि इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी. लेकिन फिलहाल आप सभी लोगों को रैन बसेरों में कुछ समय व्यतीत करना पड़ेगा. वहां रह रहे लोगों से जब नरेंद्र कुमार ने पूछा कि आप अपने बच्चों को पढ़ाते हैं. या नहीं तो जवाब आया नहीं. इसे लेकर नरेंद्र कुमार खासे नाराज दिखाई दिए. और उन्होंने कहा कि आप बड़े लोगों का तो समय बीत रहा है. लेकिन बच्चों का ध्यान रखें. इस प्रकार का काम कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सुप्रीम कोर्ट की खास गाइडलाइन है बच्चों के लिए


Conclusion:इसके बाद एडीजे नरेंद्र कुमार और आयुक्त जनार्दन शर्मा रेन बसेरा के दौरे पर निकले ईटीवी भारत की टीम भी उनके साथ मौके पर रहे.उन्होंने कांकरोली के भीलवाड़ा स्थित रोड पर रेन बसेरा का मुआयना किया. जहां वर्तमान में रैन बसेरे में 13 से अधिक लोग आराम करते हुए दिखाई दिए.जिनमें महिलाएं भी शामिल थी. वही ईटीवी भारत ने भी रैन बसेरों में रह रहे लोगों से बातचीत की उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में किसी प्रकार की परेशानी नहीं है. रेन बसेरे में रह रहे लोगों का कहना है.कि भोजन की दिक्कत है.जिसे लेकर एडीजे नरेंद्र कुमार ने भोजन की व्यवस्था कराने की बात कही वही जनार्दन शर्मा ने भी रैन बसेरों के अधिकारियों को निर्देश दिया.कि चाहे कितने भी लोग आए उन्हें रहने की व्यवस्था की जाए और वहां रहने लोगों से कहा कि किसी को कोई परेशानी हो तो मेरे को पर्सनल संपर्क कर सकते हैं.
बाइट जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार
Last Updated : Jan 4, 2020, 11:26 PM IST
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