राजसमंद. नगर परिषद सभापति की कुर्सी पर आखिरकार कांग्रेस ने कब्जा कर ही लिया. रविवार को सभापति पद के लिए हुए मतदान में कांग्रेस के अशोक टांक ने भाजपा के हिम्मत कुमावत को मात देकर जीत हासिल की.
मतदान में कांग्रेस के अशोक को जहां 27 वोट मिले. वहीं, भाजपा के हिम्मत कुमावत को 18 वोटों से संतोष करना पड़ा. इस मतदान की खास बात ये रही कि दोनों ही पार्टियों में कोई भी क्रॉस वोटिंग नहीं हो पाई. इससे पहले आज कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद बाडाबंदी के बीच मतदान करने पहुंचे.
सबसे पहले भाजपा के 18 पार्षद वोट डालने के लिए आए. जहां वोट डालकर वह फिर से अपने आला नेताओं के सानिध्य में अज्ञात स्थान पर चले गए. इसके बाद कांग्रेस के सभी पार्षद एक बस में वोट डालने के लिए पहुंचे. जैसे ही कांग्रेस के पार्षद वोट डालने के लिए बस से उतरे, वैसे ही कांग्रेस के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की.
इसके बाद वोट डालने के लिए पहुंचे कांग्रेस पार्षदों को सबसे पहले पार्षद पद की शपथ दिलाई गई. इसके बाद पार्षदों ने मतदान किया. मतदान के बाद कांग्रेस के सभी पार्षदों को बस में बैठा कर ले जाया गया. मतदान के कुछ देर बाद शुरू हुई मतगणना में कांग्रेस के अशोक टांक ने 26 और एक निर्दलीय पार्षद का समर्थन हासिल किया. जबकि बीजेपी के सभी 18 पार्षदों ने हिम्मत कुमावत को वोट दिया.
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ऐसे में दोनों ही पार्टियों में यह संतोष रहा कि उनके किसी भी पार्षद ने क्रॉस वोटिंग नहीं की. मतगणना के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने अशोक टांक को विजेता घोषित किया और सभापति पद की शपथ दिलवाई. शपथ ग्रहण के बाद नवनिर्वाचित सभापति अशोक टांक और कांग्रेस नेताओं ने विश्वास दिलाया कि वो राजसमंद में अपने मेनिफेस्टो के आधार पर विकास करेंगे.