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कांग्रेस के हाथ में होगी राजसमंद की बागडोर, पूर्ण बहुत से बना बोर्ड

राजसमंद जिले में नगर निकाय चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला एक-एक से बराबरी पर रहा. कांग्रेस ने बीजेपी के गढ़ माने जाने वाले राजसमंद को हाथ में ले लिया तो देवगढ़ नगर पालिका में बीजेपी ने अपना कमल खिला दिया.

Rajasthan Municipal Election, राजसमंद निकाय चुनाव
कांग्रेस के हाथ में होगी राजसमंद की बागडोर
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Published : Feb 1, 2021, 8:23 AM IST

राजसमंद. नगर परिषद कि सत्ता की चाबी अब हाथ में गई है. रविवार को हुई मतगणना में 45 सीटों में से कांग्रेस ने 26 जीतकर स्पष्ट बहुमत के साथ अपना बोर्ड बना लिया है अब सोमवार को चेयरमैन की अधिसूचना जारी होगी.

कांग्रेस के हाथ में होगी राजसमंद की बागडोर

राजसमंद नगर निगम चुनाव में आखिरकार लंबे समय के बाद कमल का फूल मुरझा गया. करीब दो दशक बाद कांग्रेस को राजसमंद नगर परिषद में स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ है. रविवार को हुई मतगणना में 45 वार्ड में से कांग्रेस ने 26 सीटों पर कब्जा किया, जबकि बीजेपी को 18 से ही संतोष करना पड़ा. वहीं, एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है. निकाय चुनाव के लिए 45 वार्ड में कुल 120 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें 30 निर्दलीय और अन्य पार्टियों के थे. बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 45 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. कांग्रेस के 26 जबकि भाजपा के 18 प्रत्याशियों के सिर पर विजय का सेहरा बंधा.

यह भी पढ़ेंः चुनाव परिणाम और पड़ताल : पूर्ण बहुमत के मामले में भाजपा से पिछड़ी सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस, 24 निकायों में भाजपा का दबदबा

बता दें, इससे पहले निकाय चुनाव में राजसमंद नगर परिषद में कुल 75.69 फीसदी मतदान हुआ था. चुनाव में महिलाओं की अच्छी भागीदारी देखने को मिली. 120 प्रत्याशियों में से 40 महिलाएं थीं, जिसमें से 16 जीतकर नगर परिषद की दहलीज पर पहुंची हैं, जबकि 24 महिला प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. इस चुनाव में 311 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया.

मतगणना की बात करें तो कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ नगर परिषद की सत्ता पर काबिज हुई है. वहीं, चुनाव में कांग्रेस ने करीब 58 फीसदी वोट हासिल कर अपने पिछले वोट बैंक में करीब 18 फीसदी का इजाफा किया है, जबकि बीजेपी को करीब 20 फीसदी का नुकसान हुआ है. इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत कांग्रेस के चेयरमैन पद के दावेदार अशोक टांक ने दर्ज की है. उन्होंने भाजपा के नगर अध्यक्ष महेंद्र टेलर को 581 वोटों से करारी शिकस्त दी है. चुनाव में सबसे नजदीकी मुकाबला वार्ड नंबर 18 में रहा, जहां निर्दलीय प्रत्याशी भूरालाल ने 10 वोटों से भाजपा के भूपेंद्र चोर्डिया को शिकस्त दी.

यह भी पढ़ेंः 1197 वार्डों में कांग्रेस और 1140 वार्डों में भाजपा ने दर्ज की जीत, 52 से ज्यादा जगहों पर बोर्ड बनाएगी कांग्रेस

चुनाव के एक रोचक पहलू की बात करें तो जीतने वाले पार्षदों में सबसे उम्रदराज पार्षद कांग्रेस के मांगीलाल टांक हैं, जिनकी उम्र 66 साल है, जबकि सबसे कम उम्र की जीतने वाली पार्षद भी कांग्रेस की ही मोनिका खटीक हैं जो महज 21 साल की हैं. अगर बात कांग्रेस में सभापति पद के दावेदारों की करें, तो कांग्रेस में 4 नाम सभापति के लिए रेस में सबसे आगे हैं. पहला अशोक टांक, दूसरा चुन्नीलाल पंचोली, तीसरा मांगीलाल टांक और चौथा नाम शालिनी कच्छावा का है.

राजसमंद नगर परिषद में कांग्रेस बहुमत हासिल कर ली है. वहीं, देवगढ़ नगर पालिका में भाजपा ने कांग्रेस को शिकस्त देकर अपना कब्जा जमाया है. देवगढ़ में भाजपा के शोभालाल रेगर और दिनेश सोनगरा चेयरमैन की रेस में सबसे आगे हैं.

राजसमंद. नगर परिषद कि सत्ता की चाबी अब हाथ में गई है. रविवार को हुई मतगणना में 45 सीटों में से कांग्रेस ने 26 जीतकर स्पष्ट बहुमत के साथ अपना बोर्ड बना लिया है अब सोमवार को चेयरमैन की अधिसूचना जारी होगी.

कांग्रेस के हाथ में होगी राजसमंद की बागडोर

राजसमंद नगर निगम चुनाव में आखिरकार लंबे समय के बाद कमल का फूल मुरझा गया. करीब दो दशक बाद कांग्रेस को राजसमंद नगर परिषद में स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ है. रविवार को हुई मतगणना में 45 वार्ड में से कांग्रेस ने 26 सीटों पर कब्जा किया, जबकि बीजेपी को 18 से ही संतोष करना पड़ा. वहीं, एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है. निकाय चुनाव के लिए 45 वार्ड में कुल 120 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें 30 निर्दलीय और अन्य पार्टियों के थे. बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 45 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. कांग्रेस के 26 जबकि भाजपा के 18 प्रत्याशियों के सिर पर विजय का सेहरा बंधा.

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बता दें, इससे पहले निकाय चुनाव में राजसमंद नगर परिषद में कुल 75.69 फीसदी मतदान हुआ था. चुनाव में महिलाओं की अच्छी भागीदारी देखने को मिली. 120 प्रत्याशियों में से 40 महिलाएं थीं, जिसमें से 16 जीतकर नगर परिषद की दहलीज पर पहुंची हैं, जबकि 24 महिला प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. इस चुनाव में 311 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया.

मतगणना की बात करें तो कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ नगर परिषद की सत्ता पर काबिज हुई है. वहीं, चुनाव में कांग्रेस ने करीब 58 फीसदी वोट हासिल कर अपने पिछले वोट बैंक में करीब 18 फीसदी का इजाफा किया है, जबकि बीजेपी को करीब 20 फीसदी का नुकसान हुआ है. इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत कांग्रेस के चेयरमैन पद के दावेदार अशोक टांक ने दर्ज की है. उन्होंने भाजपा के नगर अध्यक्ष महेंद्र टेलर को 581 वोटों से करारी शिकस्त दी है. चुनाव में सबसे नजदीकी मुकाबला वार्ड नंबर 18 में रहा, जहां निर्दलीय प्रत्याशी भूरालाल ने 10 वोटों से भाजपा के भूपेंद्र चोर्डिया को शिकस्त दी.

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चुनाव के एक रोचक पहलू की बात करें तो जीतने वाले पार्षदों में सबसे उम्रदराज पार्षद कांग्रेस के मांगीलाल टांक हैं, जिनकी उम्र 66 साल है, जबकि सबसे कम उम्र की जीतने वाली पार्षद भी कांग्रेस की ही मोनिका खटीक हैं जो महज 21 साल की हैं. अगर बात कांग्रेस में सभापति पद के दावेदारों की करें, तो कांग्रेस में 4 नाम सभापति के लिए रेस में सबसे आगे हैं. पहला अशोक टांक, दूसरा चुन्नीलाल पंचोली, तीसरा मांगीलाल टांक और चौथा नाम शालिनी कच्छावा का है.

राजसमंद नगर परिषद में कांग्रेस बहुमत हासिल कर ली है. वहीं, देवगढ़ नगर पालिका में भाजपा ने कांग्रेस को शिकस्त देकर अपना कब्जा जमाया है. देवगढ़ में भाजपा के शोभालाल रेगर और दिनेश सोनगरा चेयरमैन की रेस में सबसे आगे हैं.

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