नाथद्वारा (राजसमंद). प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा के पदाधिकारी उपखंड कार्यालय पर इकट्ठा होकर जमकर नारेबाजी की. साथ ही नारेबाजी करते हुए राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
इस ज्ञापन में भारतीय जनता पार्टी द्वारा मांग की गई कि राजस्थान सरकार द्वारा बढ़ाई गई बिजली दरों को वापस लिया जाए. भाजपा नगर अध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान में कुल एक करोड़ बीस लाख परिवार बिजली के उपभोक्ता हैं. इनमें से 68 फीसदी परिवार किसान हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने 1 फरवरी को 15 से 25 प्रतिशत तक की विद्युत दरों में बढ़ोतरी का आदेश जारी कर दिया है.
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वहीं, फिक्स चार्ज 220 से बढ़ाकर 275 रुपये कर दिया गया है. इसके साथ ही सरकार द्वारा फ्यूल चार्ज भी 37 पैसे से बढ़ाकर 55 पैसे कर दिया गया है. सरकार मध्यम और गरीब तबके के उपभोक्ताओं का कोई ख्याल नहीं रख रही है. साथ ही अपने चुनावी वादों से भी मुकर रही है. हाल ही में विद्युत कंपनियों द्वारा एडिशनल सिक्योरिटी के नाम पर भी 1200 करोड़ रुपए उपभोक्ताओं से वसूल करने के लिए नोटिस जारी किए जा चुके हैं.
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भाजपा की मांग है कि इस बढ़ी हुई बिजली दरों को वापस लिया जाए. इसके लिए उन्होंने महामहिम राज्यपाल के नाम यह ज्ञापन सौंपा है. साथ ही गहलोत सरकार से मांग की है कि आम जनता को ध्यान में रखते हुए बिजली की बढ़ी हुई दरें, वापस ली जाएं.