ETV Bharat / state

बालकों को चिकित्सालय में मिले विशेष सुविधा, बाल कल्याण समिति ने बैठक में रखा प्रस्ताव

कोरोना की दूसरी लहर युवाओं और बच्चों को भी चपेट में ले रही है. इसके चलते आए दिन संक्रमित होने वालों की संख्या में युवा और बच्चे अधिक आ रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए राजसमंद स्थित बाल कल्याण समिति की बैठक आयोजित हुई. जिसमें बालकों को चिकित्सालय में विशेष सुविधा दिलाने का पेश किया गया और बैठक में समिति द्वारा प्रस्ताव पास भी कर लिया गया..

child welfare committee meeting, Rajsamand child welfare committee
बालकों को चिकित्सालय में मिले विशेष सुविधा
author img

By

Published : May 11, 2021, 12:04 PM IST

राजसमंद. कोविड जैसी वैश्विक महामारी के चलते पूरी दुनिया परेशान है. इस बीच देश में दूसरी लहर का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. चिंता का विषय यह है कि इस बार यह दूसरी लहर युवाओं और बच्चों को भी चपेट में ले रही है. इसके चलते आए दिन संक्रमित होने वालों की संख्या में युवा और बच्चे अधिक आ रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए राजसमंद स्थित बाल कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई.

बैठक में सदस्य हजेन्द्र सिंह ने कोविड महामारी में बच्चों को स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए बात रखी. सदस्य बहादुर सिंह चारण ने नवजात शिशु को उपचार व संरक्षण देने तथा सदस्य सीमा डागलिया व रेखा गुर्जर ने बालकों को चिकित्सालय में विशेष सुविधा दिलाने का कहा. बैठक में समिति के द्वारा प्रस्ताव रखा गया और इस पर आवश्यक कार्रवाई व पत्राचार करने का सुनिश्चित किया गया.

समिति के अध्यक्ष पालीवाल ने बताया कि कोविड-19 महामारी अप्रैल व मई 2021 में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में बुजुर्गों एवं युवाओं को संक्रमित कर रही है. बाल कल्याण समिति को यह ज्ञात हुआ है कि गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिक बच्चों में भी पॉजेटिव केस आए हैं तथा संक्रमित होने की जानकारी हुई है. यह भी देखा गया है कि चिकित्सालय के ओपीडी समय में कोविड जांच करवाने तथा चिकित्सक से जांच करा इलाज एवं परामर्श लेने हेतु युवाओं व बुर्जुगों की लाइन में नवजात तथा नाबालिग बच्चों को भी खड़े रहना पड रहा है. ऐसी परिस्थितियां 18 वर्ष तक के बालक/बालिकाओं के स्वास्थ पर अतिरिक्त विरुद्ध प्रभाव पड़ सकता है. संक्रमण के और अधिक फैलने की संभावनाओं का पूर्वाभास लगाया जा सकता है.

पढ़ें- भरतपुर में निजी चिकित्सालय को वेंटिलेटर देने का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, PIL दाखिल

बाल कल्याण समिति के द्वारा जिले के विभिन्न चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान उक्त गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिग बालक/बालिका के कोरोना महामारी में विशेष रूप से अलग व्यवस्था की कमी महसूस की गई. इन आधार पर मुख्य चिकित्साधिकारी राजसमंद को बाल कल्याण समिति की ओर से बालकों के हित में पत्र लिख कर कोविड-19 महामारी के दौरान गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिग बालक/बालिका के कोरोना महामारी में विशेष रूप से अलग व्यवस्था जांच एवं परामर्श हेतु करवाई जाने तथा जिले के चिकित्सालय के समस्त चिकित्सकों द्वारा चिकित्सालय में आने वाले नवजात शिशु एवं नाबालिक बालक/बालिका को प्राथमिकता देकर जांच, इलाज व परामर्श देना सुनिश्चित कराने के लिए लिखा गया.

सदस्य हजेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि जिला राजसमन्द की बाल कल्याण समिति द्वारा बालकों के हित में यह कार्य किया गया. साथ ही यह अपील भी जारी की गई कि जिले में किसी को भी किसी भी नाबालिग बच्चे स्वास्थ्य व आवास सुरक्षा व सुविधा हेतु विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है. इसका लाभ कोई भी ले सकता है और हर जरूरतमन्द को तुरन्त सहयोग दिया जाएगा.

आरएसएस कार्यकर्ता कर रहे लोगों की मदद

child welfare committee meeting, Rajsamand child welfare committee
ग्रामीण क्षेत्रों में काढ़ा बांट रहे आरएसएस कार्यकर्ता

जहां एक तरफ राज्य सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी अब एक बार फिर मोर्चा संभाल रहा है. पिछले साल भी इस बीमारी के समय आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों की मदद की थी. वहीं इस बार भी स्थिति बेकाबू होते देख आरएसएस अब ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय हो गया है.

राजसमंद जिले में भी कई जगह पर आरएसएस के कार्यकर्ता अपने अपने स्तर पर अपने आसपास के क्षेत्रों में सेवा कार्य कर रहे हैं. कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती, राष्ट्रीय सेविका समिति, वनवासी कल्याण परिषद, एबीवीपी सहित कई विभिन्न संगठन भी इस कार्य में लगे हुए हैं. जहां एक तरफ गाइडलाइन का पूरी तरीके से पालन करते हुए आरएसएस के कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का छिड़काव करने के कार्य में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए निशुल्क काढ़े की व्यवस्था भी कर रहे हैं.

राजसमंद. कोविड जैसी वैश्विक महामारी के चलते पूरी दुनिया परेशान है. इस बीच देश में दूसरी लहर का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. चिंता का विषय यह है कि इस बार यह दूसरी लहर युवाओं और बच्चों को भी चपेट में ले रही है. इसके चलते आए दिन संक्रमित होने वालों की संख्या में युवा और बच्चे अधिक आ रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए राजसमंद स्थित बाल कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई.

बैठक में सदस्य हजेन्द्र सिंह ने कोविड महामारी में बच्चों को स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए बात रखी. सदस्य बहादुर सिंह चारण ने नवजात शिशु को उपचार व संरक्षण देने तथा सदस्य सीमा डागलिया व रेखा गुर्जर ने बालकों को चिकित्सालय में विशेष सुविधा दिलाने का कहा. बैठक में समिति के द्वारा प्रस्ताव रखा गया और इस पर आवश्यक कार्रवाई व पत्राचार करने का सुनिश्चित किया गया.

समिति के अध्यक्ष पालीवाल ने बताया कि कोविड-19 महामारी अप्रैल व मई 2021 में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में बुजुर्गों एवं युवाओं को संक्रमित कर रही है. बाल कल्याण समिति को यह ज्ञात हुआ है कि गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिक बच्चों में भी पॉजेटिव केस आए हैं तथा संक्रमित होने की जानकारी हुई है. यह भी देखा गया है कि चिकित्सालय के ओपीडी समय में कोविड जांच करवाने तथा चिकित्सक से जांच करा इलाज एवं परामर्श लेने हेतु युवाओं व बुर्जुगों की लाइन में नवजात तथा नाबालिग बच्चों को भी खड़े रहना पड रहा है. ऐसी परिस्थितियां 18 वर्ष तक के बालक/बालिकाओं के स्वास्थ पर अतिरिक्त विरुद्ध प्रभाव पड़ सकता है. संक्रमण के और अधिक फैलने की संभावनाओं का पूर्वाभास लगाया जा सकता है.

पढ़ें- भरतपुर में निजी चिकित्सालय को वेंटिलेटर देने का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, PIL दाखिल

बाल कल्याण समिति के द्वारा जिले के विभिन्न चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान उक्त गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिग बालक/बालिका के कोरोना महामारी में विशेष रूप से अलग व्यवस्था की कमी महसूस की गई. इन आधार पर मुख्य चिकित्साधिकारी राजसमंद को बाल कल्याण समिति की ओर से बालकों के हित में पत्र लिख कर कोविड-19 महामारी के दौरान गर्भवती माता नवजात शिशु एवं नाबालिग बालक/बालिका के कोरोना महामारी में विशेष रूप से अलग व्यवस्था जांच एवं परामर्श हेतु करवाई जाने तथा जिले के चिकित्सालय के समस्त चिकित्सकों द्वारा चिकित्सालय में आने वाले नवजात शिशु एवं नाबालिक बालक/बालिका को प्राथमिकता देकर जांच, इलाज व परामर्श देना सुनिश्चित कराने के लिए लिखा गया.

सदस्य हजेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि जिला राजसमन्द की बाल कल्याण समिति द्वारा बालकों के हित में यह कार्य किया गया. साथ ही यह अपील भी जारी की गई कि जिले में किसी को भी किसी भी नाबालिग बच्चे स्वास्थ्य व आवास सुरक्षा व सुविधा हेतु विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है. इसका लाभ कोई भी ले सकता है और हर जरूरतमन्द को तुरन्त सहयोग दिया जाएगा.

आरएसएस कार्यकर्ता कर रहे लोगों की मदद

child welfare committee meeting, Rajsamand child welfare committee
ग्रामीण क्षेत्रों में काढ़ा बांट रहे आरएसएस कार्यकर्ता

जहां एक तरफ राज्य सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी अब एक बार फिर मोर्चा संभाल रहा है. पिछले साल भी इस बीमारी के समय आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों की मदद की थी. वहीं इस बार भी स्थिति बेकाबू होते देख आरएसएस अब ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय हो गया है.

राजसमंद जिले में भी कई जगह पर आरएसएस के कार्यकर्ता अपने अपने स्तर पर अपने आसपास के क्षेत्रों में सेवा कार्य कर रहे हैं. कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती, राष्ट्रीय सेविका समिति, वनवासी कल्याण परिषद, एबीवीपी सहित कई विभिन्न संगठन भी इस कार्य में लगे हुए हैं. जहां एक तरफ गाइडलाइन का पूरी तरीके से पालन करते हुए आरएसएस के कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का छिड़काव करने के कार्य में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए निशुल्क काढ़े की व्यवस्था भी कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.