राजसमंद. पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय की तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में गुरुवार को सूर्यग्रहण होने के चलते प्रभु के श्रंगार और अन्य कर्मों में बदलाव किया गया. मंदिर मंडल जनसंपर्क अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया, कि इस साल का अंतिम ग्रहण सबसे बड़ा ग्रहण होने के चलते पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के तृतीय पीठ श्री द्वारकाधीश मंदिर में भगवान की सेवा के क्रम में बदलाव किया गया. उन्होंने बताया, कि सुबह 8 बजकर 8 मिनट से प्रभु ग्रहण में विराज गए.
ऐसी मान्यता है, कि जबतक ग्रहण होता है. तबतक प्रभु न तो सोते हैं. ना ही भोजन करते हैं और ना ही प्रभु का श्रृंगार किया जाता है. सूर्यग्रहण के दौरान प्रभु के दर्शनों का क्रम लगातार जारी रहा. वहीं शहर की महिलाओं ने मंदिर के चौक में भजन कीर्तन गाकर पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया.
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उन्होंने बताया कि 11 बजकर 5 मिनट पर प्रभु श्री द्वारिकाधीश जी के श्रृंगार का क्रम फिर शुरू हुआ.बाद में प्रभु को भोग लगाया गया. ग्रहण के बाद ही भोजन सामग्री बनने का सिलसिला भी शुरू हुआ.