नाथद्वारा (राजसमंद). विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस के चलते लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया है. इसी के तहत नाथद्वारा में जिला स्तरीय आश्रय स्थल श्री अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन नाथुवास में 68 प्रवासी श्रमिकों ठहराया गया था. ये सभी श्रमिक मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं. जिन्हें सोमवार रात्रि को उनके घर रतलाम के लिए रवाना किया गया.
ये सभी जैसलमेर के पोकरण से पैदल 380 कि.मी. की दूरी तय करके राजसमन्द जिले में पहुंचे थे. इन्हें केलवा के पास रोका गया. जिसके बाद इनका स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर जिला स्तरीय आश्रय स्थल, नाथद्वारा में प्रशासन के की ओर से अधिग्रहित कमरों में रूकवाया गया था. ये सभी श्रमिक पिछले 22 दिनों से यहां ठहरे हुए थे. जिनके रहने खाने के इंतेजाम उपखंड प्रशासन की ओर से किया जा रहा था.
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वहीं मंगलवार को रतलाम जिले के सैलाना उपखंड अधिकारी से बात कर इनके घर वापसी का प्रबंध किया गया. इस दौरान आश्रय स्थल के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार मनसुख राम डामोर, पटवारी प्रवीण महात्मा, एएसआई रामचंद्र और अन्य प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें. श्रमिकों को घर वापसी से पूर्व अक्षय पात्र फाउण्डेशन, नाथद्वारा की ओर से सूखी राशन सामग्री के पैकेट भी दिए गए. 68 श्रमिकों में 32 पुरुष और 36 महिलायें और कुछ छोटे बच्चें भी सम्मिलित हैं.
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वहीं इनमें एक महिला आठ माह की गर्भवती महिला भी. जिसका स्वास्थ्य परीक्षण कर आयरन और फोलिक एसिड की गोलियां दे कर रवाना किया गया. दो बसों में रवाना किए गए इन श्रमिकों के साथ दो महिला सहित चार पुलिसकर्मियों और दो प्रशासनिक कर्मियों को भी भेजा गया जो इन्हें रतलाम के सरवन थानां तक पहुचाएंगे. वहां के प्रशासन की ओर से आगे इनके घर तक भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी.