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नगर परिषद की पहली बैठक में हंगामा, सुअर हटाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्षदों ने जताई असहमति

प्रतापगढ़ नगर परिषद बोर्ड की पहली बैठक बुधवार को नगर परिषद में आयोजित की गई. बैठक में सुअर मुक्त मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. बैठक इतनी हंगामेदार रही की धक्का मुक्की के साथ बैठक में कांग्रेस के पार्षद और नेता पतिपक्ष सुशीन गुर्जर अशब्दों का भी प्रयोग करते दिखे.

Pratapgarh Municipal Council, uproar in Pratapgarh Municipal Council meeting
नगर परिषद की पहली बैठक में हंगामा
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Published : Mar 18, 2021, 7:30 AM IST

प्रतापगढ़. नगर परिषद बोर्ड की पहली बैठक बुधवार को नगर परिषद में आयोजित की गई. बैठक में सुअर मुक्त मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. बैठक इतनी हंगामेदार रही की धक्का मुक्की के साथ बैठक में कांग्रेस के पार्षद और नेता पतिपक्ष सुशीन गुर्जर अशब्दों का भी प्रयोग करते दिखे.

नगर परिषद की पहली बैठक में हंगामा

बैठक में विपक्ष की भूमिका कांग्रेस पार्षदों से ज्यादा आयुक्त निभाते हुए नजर आए. इसके साथ ही बैठक में कांग्रेेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के पार्षद सुअर के मुद्दे पर एकमत थे, लेकिन कांग्रेस के पार्षद ने पहले बजट के मुद्दे पर बात करने की बात कही. भाजपा के पार्षद पहले सुअर के मुद्दे पर ही चर्चा करने को राजी थे, इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ. बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने तो वाकऑउट कर दिया, लेकिन आयुक्त ने बैठक से बाहर चले गए कांग्रेस पाषर्दों की सहमति और असहमति का फैसला प्रोसीडींग में खुद ही तय कर लिया. बैठक के दौरान भाजपा महिला पार्षदों ने भी जोर दिखाया.

बैठक के दौरान आयुक्त लगे रहे फोन पर, सभापति ने की जांच की मांग

नगर परिषद बोर्ड की बैठक सुबह 11 बजे आयोजित की गई. जिसके करीब पांच मिनट लेट आयुक्त बोर्ड बैठक में पहुंचे. जिसके बाद से बैठक सम्पन्न होने तक आयुक्त करीब 4 से 5 बार फोन पर बात करते दिखाई दिए. बार-बार फोन पर बात करते देख भाजपा के पाषर्दों ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि आयुक्त सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं. बैठक के बाद सभापति रामकन्या प्रह्लाद गुर्जर ने आयुक्त के फोन पर बात करने को लेकर जांंच की मांग की है. सभापति ने आरोप लगाया कि आयुक्त विधायक के इशारों पर कार्य कर रहे हैं. हांलाकि इस मामले पर मीडिया से आयुक्त ने कहा कि पारिवारिक फोन उनके पास आ रहे थे.

संशोधित एजेंडे को लेकर हुई गफलत, भाजपा के 21 पार्षदों ने कहा- आयुक्त की ओर से जारी संशोधित एजेंडा नहीं मिला

नगर परिषद की बोर्ड बैठक आयुक्त की लापरवाहियों के कारण ज्यादा हंगामेदार रही. सभापति व आयुक्त की ओर से 9 मार्च को बोर्ड बैठक को लेकर एक एजेंडा जारी किया. जिसके कुछ दिनों बाद आयुक्त ने नया एजेंडा जारी कर पुराने एजेंडे से दो प्रस्ताव हटा दिए. बैठक में सुअर मुक्त पर चर्चा हुई तो कांग्रेस के पाषदों ने आरोप लगाया कि बैठक एजेंडे के अनुसार चले.

कांग्रेस के पार्षद आयुक्त की ओर से जारी नया एजेंडा बताते दिखे तो भाजपा के पार्षद पुराना एजेंडा पर चर्चा करने की बात कहते दिखे. इस पर सभापति ने कहा कि आयुक्त की ओर से नया एजेंडा जारी कर दिया गया. जिसकी मुझे जानकारी नहीं थी. ना ही भाजपा के 21 पार्षदों के पास कोई नया एजेंडा गया है. सभापति ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के दबाव में काम करते हुए आयुक्त ने बोर्ड बैठक का मजाक बनाया है.

कांग्रेस पाषर्दों ने किया वाकआउट, बाद में सुअर मुक्त के लिए लिया प्रस्ताव

11 बजे बैठक शुरू होने के बाद से बैठक में हंगामा होता रहा. जिसके बाद 11.40 पर उपसभापति के कहने पर कांग्रेस पाषदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. वाकआउट के बाद सभापति व भाजपा के 21 पार्षदों की सहमति के बाद नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा शहर में घूम रहे सुअरों को पकड़ने का प्रस्ताव लिया गया है. दो दिन में रूप रेखा बना कर एक माह में शहर सुअर मुक्त करने का प्रस्ताव पर भाजपा के पार्षदों ने तालियां बजाकर स्वागत किया.

4 से 5 बार बैठक छोड़ जाने लगे आयुक्त, सवाल पूछने पर मीडिया को बाहर निकालने की कही बात

आयुक्त बार-बार फोन पर बात करने के साथ-साथ सदन से करीब चार से पांच बार आयुक्त अपनी सीट छोड़ जाने लगे. बैठक चलने के दौरान आयुक्त के बाहर जाने पर एक और भाजपा के पार्षदों ने हंगामा किया. वहीं मीडिया ने आयुक्त को बाहर जाते उनसे पूछा गया कि ऐसा क्या जरूरी कार्य आ गया जो आप चलती बैठक छोड़ कर जाना पड़ गया. जिसके बाद आयुक्त अपनी गलितयों को छुपाने को लेकर कर्मचारियों को बाहर निकालने की बात कहने लगे. जिसके बाद मीडियाकर्मियों की ओर से इस का विरोध किया गया. वहीं भाजपा के पार्षदों ने मीडिया को बाहर निकालने की बात पर आयुक्त को घेरते हुए दिखाई दिए.

आयुक्त ने निभाई विपक्ष की भूमिका : सभापति

सभापति रामकन्या प्रह्लाद गुर्जर ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदन में आयुक्त महोदय शुरू से ही विपक्ष की भूमिका निभा रहे थे. कांग्रेस के पार्षदों ने सुअर मुक्त प्रतापगढ़ को लेकर अपनी सहमती जताई थी, लेकिन कांग्रेस के पार्षदों की ओर से वाकआउट के बाद आयुक्त की ओर से प्रोसेडिंग रिपोर्ट में लिखा गया कि भाजपा के 21 पार्षदों की सहमति रही. वहीं कांग्रेस की 19 पार्षदों की इस पर सहमति नहीं है. सदन में बैठक के बाद से ही सभी चर्चाओं पर प्रोसेडिंग रिपोर्ट बनाई जाती है, लेकिन आयुक्त की ओर से बैठक में विरोध के बाद करीब एक घंटे बाद प्रोसेडिंग रिपोर्ट लिखना शुरू किया.

भाजपा के पार्षद दिखाते रहे कानून, आयुक्त बताते रहे अपने नियम

भाजपा पार्षद अमित जैन की ओर से सुअर मुक्त व बैठक में अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के नियमों की कॉपियां और नगर निकायों कानून दिखाते रहे. बैठक में जैन ने पिछले हुई बोर्ड बैठकों की कॉपियां भी बताई. जिसके एजेंडे से हटकर शहर में विकास को लेकर दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा हुई है. जिस पर आयुक्त अपने नियम बताते दिखाई दिए. भाजपा पार्षदों ने जब निमय की बात की तो आयुक्त सदन छोड़ जाने लगे.

बैठक के दौरान सदन में दिखे कांग्रेस के नेता

सदन शुरू होने के बाद से ही कांग्रेस व भाजपा के नेता नगर परिषद पहुंच गए थे, लेकिन कांग्रेस के पार्षदों की ओर से वाकआउट करने के बाद सदन में कांग्रेस के कुछ नेता पहुंच गए. जिस पर भाजपा पाषदों ने विरोध किया तो कुछ देर के लिए उन्हें बाहर निकाल गेट लगाया गया. हालांकि कुछ ही देर में गेट को खोल दिया गया. हालांकि बैठक रूम से बाहर कांग्रेस व भाजपा के पूर्व पार्षद खड़े दिखाई दिए. बोर्ड बैठक में हंगामा देख पुलिस के आरएसई के जवानों की भी बुलाया गया. हालांकि कुछ देर बाद बैठक सम्पन्न हो गई.

प्रतापगढ़. नगर परिषद बोर्ड की पहली बैठक बुधवार को नगर परिषद में आयोजित की गई. बैठक में सुअर मुक्त मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. बैठक इतनी हंगामेदार रही की धक्का मुक्की के साथ बैठक में कांग्रेस के पार्षद और नेता पतिपक्ष सुशीन गुर्जर अशब्दों का भी प्रयोग करते दिखे.

नगर परिषद की पहली बैठक में हंगामा

बैठक में विपक्ष की भूमिका कांग्रेस पार्षदों से ज्यादा आयुक्त निभाते हुए नजर आए. इसके साथ ही बैठक में कांग्रेेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के पार्षद सुअर के मुद्दे पर एकमत थे, लेकिन कांग्रेस के पार्षद ने पहले बजट के मुद्दे पर बात करने की बात कही. भाजपा के पार्षद पहले सुअर के मुद्दे पर ही चर्चा करने को राजी थे, इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ. बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने तो वाकऑउट कर दिया, लेकिन आयुक्त ने बैठक से बाहर चले गए कांग्रेस पाषर्दों की सहमति और असहमति का फैसला प्रोसीडींग में खुद ही तय कर लिया. बैठक के दौरान भाजपा महिला पार्षदों ने भी जोर दिखाया.

बैठक के दौरान आयुक्त लगे रहे फोन पर, सभापति ने की जांच की मांग

नगर परिषद बोर्ड की बैठक सुबह 11 बजे आयोजित की गई. जिसके करीब पांच मिनट लेट आयुक्त बोर्ड बैठक में पहुंचे. जिसके बाद से बैठक सम्पन्न होने तक आयुक्त करीब 4 से 5 बार फोन पर बात करते दिखाई दिए. बार-बार फोन पर बात करते देख भाजपा के पाषर्दों ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि आयुक्त सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं. बैठक के बाद सभापति रामकन्या प्रह्लाद गुर्जर ने आयुक्त के फोन पर बात करने को लेकर जांंच की मांग की है. सभापति ने आरोप लगाया कि आयुक्त विधायक के इशारों पर कार्य कर रहे हैं. हांलाकि इस मामले पर मीडिया से आयुक्त ने कहा कि पारिवारिक फोन उनके पास आ रहे थे.

संशोधित एजेंडे को लेकर हुई गफलत, भाजपा के 21 पार्षदों ने कहा- आयुक्त की ओर से जारी संशोधित एजेंडा नहीं मिला

नगर परिषद की बोर्ड बैठक आयुक्त की लापरवाहियों के कारण ज्यादा हंगामेदार रही. सभापति व आयुक्त की ओर से 9 मार्च को बोर्ड बैठक को लेकर एक एजेंडा जारी किया. जिसके कुछ दिनों बाद आयुक्त ने नया एजेंडा जारी कर पुराने एजेंडे से दो प्रस्ताव हटा दिए. बैठक में सुअर मुक्त पर चर्चा हुई तो कांग्रेस के पाषदों ने आरोप लगाया कि बैठक एजेंडे के अनुसार चले.

कांग्रेस के पार्षद आयुक्त की ओर से जारी नया एजेंडा बताते दिखे तो भाजपा के पार्षद पुराना एजेंडा पर चर्चा करने की बात कहते दिखे. इस पर सभापति ने कहा कि आयुक्त की ओर से नया एजेंडा जारी कर दिया गया. जिसकी मुझे जानकारी नहीं थी. ना ही भाजपा के 21 पार्षदों के पास कोई नया एजेंडा गया है. सभापति ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के दबाव में काम करते हुए आयुक्त ने बोर्ड बैठक का मजाक बनाया है.

कांग्रेस पाषर्दों ने किया वाकआउट, बाद में सुअर मुक्त के लिए लिया प्रस्ताव

11 बजे बैठक शुरू होने के बाद से बैठक में हंगामा होता रहा. जिसके बाद 11.40 पर उपसभापति के कहने पर कांग्रेस पाषदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. वाकआउट के बाद सभापति व भाजपा के 21 पार्षदों की सहमति के बाद नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा शहर में घूम रहे सुअरों को पकड़ने का प्रस्ताव लिया गया है. दो दिन में रूप रेखा बना कर एक माह में शहर सुअर मुक्त करने का प्रस्ताव पर भाजपा के पार्षदों ने तालियां बजाकर स्वागत किया.

4 से 5 बार बैठक छोड़ जाने लगे आयुक्त, सवाल पूछने पर मीडिया को बाहर निकालने की कही बात

आयुक्त बार-बार फोन पर बात करने के साथ-साथ सदन से करीब चार से पांच बार आयुक्त अपनी सीट छोड़ जाने लगे. बैठक चलने के दौरान आयुक्त के बाहर जाने पर एक और भाजपा के पार्षदों ने हंगामा किया. वहीं मीडिया ने आयुक्त को बाहर जाते उनसे पूछा गया कि ऐसा क्या जरूरी कार्य आ गया जो आप चलती बैठक छोड़ कर जाना पड़ गया. जिसके बाद आयुक्त अपनी गलितयों को छुपाने को लेकर कर्मचारियों को बाहर निकालने की बात कहने लगे. जिसके बाद मीडियाकर्मियों की ओर से इस का विरोध किया गया. वहीं भाजपा के पार्षदों ने मीडिया को बाहर निकालने की बात पर आयुक्त को घेरते हुए दिखाई दिए.

आयुक्त ने निभाई विपक्ष की भूमिका : सभापति

सभापति रामकन्या प्रह्लाद गुर्जर ने आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदन में आयुक्त महोदय शुरू से ही विपक्ष की भूमिका निभा रहे थे. कांग्रेस के पार्षदों ने सुअर मुक्त प्रतापगढ़ को लेकर अपनी सहमती जताई थी, लेकिन कांग्रेस के पार्षदों की ओर से वाकआउट के बाद आयुक्त की ओर से प्रोसेडिंग रिपोर्ट में लिखा गया कि भाजपा के 21 पार्षदों की सहमति रही. वहीं कांग्रेस की 19 पार्षदों की इस पर सहमति नहीं है. सदन में बैठक के बाद से ही सभी चर्चाओं पर प्रोसेडिंग रिपोर्ट बनाई जाती है, लेकिन आयुक्त की ओर से बैठक में विरोध के बाद करीब एक घंटे बाद प्रोसेडिंग रिपोर्ट लिखना शुरू किया.

भाजपा के पार्षद दिखाते रहे कानून, आयुक्त बताते रहे अपने नियम

भाजपा पार्षद अमित जैन की ओर से सुअर मुक्त व बैठक में अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के नियमों की कॉपियां और नगर निकायों कानून दिखाते रहे. बैठक में जैन ने पिछले हुई बोर्ड बैठकों की कॉपियां भी बताई. जिसके एजेंडे से हटकर शहर में विकास को लेकर दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा हुई है. जिस पर आयुक्त अपने नियम बताते दिखाई दिए. भाजपा पार्षदों ने जब निमय की बात की तो आयुक्त सदन छोड़ जाने लगे.

बैठक के दौरान सदन में दिखे कांग्रेस के नेता

सदन शुरू होने के बाद से ही कांग्रेस व भाजपा के नेता नगर परिषद पहुंच गए थे, लेकिन कांग्रेस के पार्षदों की ओर से वाकआउट करने के बाद सदन में कांग्रेस के कुछ नेता पहुंच गए. जिस पर भाजपा पाषदों ने विरोध किया तो कुछ देर के लिए उन्हें बाहर निकाल गेट लगाया गया. हालांकि कुछ ही देर में गेट को खोल दिया गया. हालांकि बैठक रूम से बाहर कांग्रेस व भाजपा के पूर्व पार्षद खड़े दिखाई दिए. बोर्ड बैठक में हंगामा देख पुलिस के आरएसई के जवानों की भी बुलाया गया. हालांकि कुछ देर बाद बैठक सम्पन्न हो गई.

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