प्रतापगढ़. पशु क्रूरता निवारण समिति के पदाधिकारियों को जानकारी मिली कि एक पिकअप में गोवंश भरकर प्रतापगढ़ होते हुए बांसवाड़ा होकर गुजरात कत्लखाने ले जाया जाएगा. इस पर पशु क्रूरता निवारण समिति के कार्यकारी सचिव रमेश चंद्र शर्मा, कार्यकारी सदस्य सचिन पटवा और विश्व हिंदू परिषद के जिला गोरक्षा प्रमुख लोकेंद्र बरोलिया गांधी चौराहे पहुंचे.
जहां मौजूद सब इंस्पेक्टर जवाहर लाल को इसकी सूचना दी. वहीं, इस दौरान छोटी सादड़ी की तरफ से एक पिक RJ 03 GA 3282 आ रहा था. जिसे पुलिस ने रूकवा कर चेक किया तो उसमें तीन वृद्ध बैल मिले. जिनके ऊपर चोट के निशान भी थे. ऐसे में जब ड्राइवर से नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम महेंद्र पिता नारायण पंचाल और पिक अप में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम पप्पू पिता नागजी निवासी बामन पाड़ा, बांसवाड़ा बताया.
पढ़ें- सटोरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 1लाख 36 हजार रुपये सहित 12 जुआरियों को किया गिरफ्तार
वहीं, जब पुलिस अधिकारी जवाहरलाल ने उनसे गोवंश ले जाने का अनुज्ञा पत्र के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई गोवंश ले जाने का अनुज्ञा पत्र नहीं है. इस पर सब इंस्पेक्टर जवाहरलाल ने दोनों को गिरफ्तार करते हुए उक्त पिकअप को राजस्थान गोवंश अधिनियम 1995 की धारा 3, 5,6 और 8,9 के अलावा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 3(11)d के तहत जब्त कर प्रकरण पंजीबद्ध किया और गोवंश को कांठल गौशाला प्रतापगढ़ के सुपुर्द कर दिया.
वहीं, पशु क्रूरता निवारण समिति के कार्यकारी सचिव रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि पूर्व में भी गोरक्षा टास्क फोर्स का गठन किए जाने के लिए जिला कलेक्टर को लिखित में आवेदन प्रस्तुत किया था. साथ ही पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में भी इस मांग को उठाया गया था कि प्रतापगढ़ से गुजरात और महाराष्ट्र कत्लखाने में तस्कर गोवंश ले जाते हैं. जिनको पकड़ने के लिए एक गोरक्षा टास्क फोर्स का गठन किया जाए.