प्रतापगढ़. शहर में कोविड गाइलाइन के उल्लंघन पर चालान काट रहे नगर परिषद कर्मियों के व्यवहार को लेकर मंगलवार को व्यापारियों में रोष फैल गया. व्यापारियों ने शहर के मुख्य बाजारों के मुख्य द्वार को बंद कर प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर परिषद टीम सोशल डिस्टेंसिंग और बिना मास्क लगाए घूम रहे लोगों के चालान बना रही है. लेकिन टीम में शामिल कर्मचारी मनमाने तरीके से चालान बना रहे हैं. इसमें से कई चालान जबरन बनाए गए हैं.
साथ ही व्यापारियों ने आरोप लगाया कि उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है. इसे लेकर शहर के व्यापारियों ने पहले नगर परिषद पहुंच हंगामा किया. इसके बाद शहर के मुख्य बाजार और रास्तों को जाम कर दिया. व्यापारियों ने बताया कि नगर परिषद कर्मचारियों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अलग-अलग राशि वसूली जा रही है. दूसरी ओर बिना दस्तखत के रसीद दी जा रही है. व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि इसी तरह नगर परिषद कार्रवाई करती है तो बुधवार से प्रतापगढ़ को अनिश्चितकाल तक बंद रखा जाएगा.
बिना पार्किंग व्यवस्था किए बनाया 'नो व्हीकल जोन'
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से बाजार को नो व्हीकल जोन तो घोषित कर दिया गया, लेकिन बाजार में आने वाले वाहनों की पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं की. व्यापारियों ने कहा कि बाजार में पहुंचने वाले ग्राहक अगर अपने वाहन बाजार में नहीं लेकर आएंगे, लेकिन पहले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था तो नगर परिषद या जिला प्रशासन करें. व्यापारियों ने कहा कि प्रतापगढ़ को करीब 8 साल जिला बने हो गया है लेकिन आज तक जिला प्रशासन या नगर परिषद ने पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं कर पाया है.
अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर समझाया
व्यापारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की जानकारी मिलते ही एसडीएम श्यामसुंदर चेतीवाल, डिप्टी ऋषिकेश मीणा व शहर कोतवाल मदनलाल खटीक ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से समझाइश की और बाजार का मुख्य द्वार खुलवाया. इस दौरान व्यापारियों ने एसडीएम को अपनी समस्याओं से अवगत करवाया. एसडीएम ने भरोसा दिलाया कि नगर परिषद कर्मचारी व अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें समझाया जाएगा और आगे से ऐसी परेशानी व्यापारियों को नहीं होगी.