प्रतापगढ़. जिले के धरियावद रोड़ पर स्तिथ घाटीवाले हाजी साबीर अली शाह (बाबा मलंग) का 7वां उर्स हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. उर्स के मौके पर राजस्थान के साथ ही मध्यप्रदेश के जायरीनों ने भी पहुंचकर अमन और सुकून के लिए दुआएं की.
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उर्स में हिन्दुस्तान के मायनाज कव्वाल असलम अकरम वारसी भोपाल और मशहूर कव्वाल असलम साबरी ने शिरकत करते हुए कव्वालियां पेश की. कव्वाल वारसी ने दोनों जहां में सबसे आला रुतबा कमली वाले का, मैं बुरा हूं या भला हूं मेरी लाज को निभाना, मेरे पीर की गुलामी मेरे काम आ गई सहित अन्य कव्वालियां पेश की.
ये कव्वालियां हिन्दुस्तान सहित अन्य देशों में भी सुनी जाती हैं. उर्स के मौके पर बच्चों, बुज़ुर्गो, सहित पुरुष महिलाएं और सैंकड़ों की तादाद में जायरीन मौजूद रहे. कुल की रस्म के साथ ही उर्स का आयोजन समाप्त हुआ.