प्रतापगढ़. जिले के देवगढ़ थाना के फूलदा गांव में करीब 3 माह पहले हुए एक व्यक्ति की मौत के मामले को लेकर रविवार को 2 गांवों के ग्रामीणों में खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें दोनों पक्ष के करीब 10 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
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बता दें कि करीब 3 माह पहले देवपुरा के रहने वाले श्याम लाल मीणा की हत्या का आरोप उसके ही भतीजे राजू मीणा पर लगा था. लेकिन, पुलिस जांच में श्याम लाल की मौत सामान्य होना सामने आया था. वहीं, आपसी रंजिश के कारण इस मामले में राजू गायब चल रहा है. दिवाली के एक दिन पहले राजू के ससुराल वालों ने दामाद को गायब करवाने का आरोप लगाते हुए मृतक श्याम लाल के भाई देवी लाल को नकोर और फूलदा के बीच रोड पर फांसी लगाकर हत्या की कोशिश की. इसके बाद इसी मामले में फूलदा गांव के गोपाल के साथ बीच रास्ते में राजू के ससुराल वालों ने देवपुरा में अपने घर के सामने बंधक बनाकर मारपीट की. गोपाल अपनी मां और भाभी के साथ फूलदा से ग्यासपुरा जा रहा था.
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इस दौरान गोपाल को छुड़ाने के लिए मृतक श्याम लाल के परिवार के लोग पहुंचे और उन पर जानलेवा हमला कर दिया गया. इसमें देवाराम, चौका राम, कमजी, सुरजा, हुरजी, गोपाल, प्रकाश घायल हो गए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंचे पुलिस दल पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया, जिससे पुलिस का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. इस मामले में विधायक रामलाल मीणा ने नकोर के पूर्व सरपंच धनराज मीणा पर ग्रामीणों को उकसाने का आरोप लगाया है. वहीं, भाजपा नेता धनराज मीणा ने विधायक के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है.