प्रतापगढ़. लॉकडाउन के दौरान बंद रही कॉलेजों में पढ़ाई की क्षतिपूर्ति करने के लिए कॉलेज शिक्षा निदेशालय ने ऑनलाइन कक्षाओं की योजना बनाई है. ये कक्षाएं अगले माह जून से गर्मियों की छुट्यिों में चालू होंगी. इस योजना को 'ज्ञानदूत' का नाम दिया गया है. विद्यार्थियों के लिए यह योजना पूरी तरह निशुल्क रहेगी.
यह कार्यक्रम प्रदेश भर के कॉलेज विद्यार्थियों के लिए बनाया गया है. इसमें स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थी ऑनलाइन लाइव कक्षाओं में भाग लेकर स्वयं को कोरोना काल में छूटी पढ़ाई की भरपाई कर सकते हैं. कार्यक्रम में महाविद्यालय शिक्षक भी स्वैच्छिक आधार पर जुड़ सकेंगे.
20-20 टॉपिक की होगी पढ़ाई
ज्ञानदूत कार्यक्रम में हर विषय खास-खास 20-20 टॉपिक लिए जाएंगे. इसमें उनका अध्यापन कराया जाएगा, जो उस विषय विशेष की आत्मा है और परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया 7 जून तक चलेगी और ज्ञानदूत कार्यक्रम 9 जून से प्रारंभ कर 31 जुलाई तक चलाया जाएगा. विद्यार्थियों द्वारा मांग किए जाने पर व्याख्यानों की संख्या में अभिवृद्धि का प्रावधान भी रखा गया है. इस कार्यक्रम के श्रेष्ठ ई कंटेंट का फिर से उपयोग किया जा सकेगा.
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शिक्षक स्वेच्छा से देंगे सेवा
ज्ञानदूत की खासियत है कि इसमें टीचर्स को कॉलेज आयुक्तालय की ओर से क्लास लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा रहा. शिक्षक अपनी मर्जी से इस कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं. वे भी अपना रजिस्टे्रशन करवा सकते हैं. जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में टीचर्स ने इस कार्यक्रम से जुड़ने में रुचि दिखाई है. इस योजना में अपना योगदाना देने वाले शिक्षक अपना रजिस्टे्रशन करवा सकेंगे.
ज्ञानदूत से मिलेगा यह फायदा
- गर्मियों की छुट्टियों में पाठ्यक्रम के अनुरूप विद्यार्थियों को लाइव ऑनलाइन क्लास से टॉपिक्स समझने का मिलेगा अवसर
- घर बैठे कर सकेंगे परीक्षा की तैयारी
- एकेडमिक समस्याओं का होगा समाधान
- विद्यार्थियों की भागीदारी से शिक्षण संस्थानों को उनके वार्षिक मूल्यांकन और राष्ट्रीय मूल्यांकन में फायदा मिलेगा
- टीचर्स भी अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का उपयोग कर सकेंगे
- कार्यक्रम के माध्यम से जो ई कंटेंट तैयार होगा उसे भविष्य में भी ऑनलाइन ऑफलाइन उपयोग में लिया जा सकेगा
- विपरीत परिस्थितियों में वैकल्पिक शिक्षण की व्यवस्था संभव हो सकेगी
- कोविड काल में घर बैठे टीचर्स और स्टूडेंट्स दोनों में नई ऊर्जा का संचार होगा और वह निराशा के वातावरण से बाहर आ सकेंगे
नहीं देनी होगी कोई फीस
गौरतलब है कि यह योजना निशुल्क मॉडल पर आधारित है. इसलिए इसमें स्टूडेंट्स को कोई फीस नहीं देनी होगी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे संचालित किया जाएगा. इस पर अधिकतम 10 हजार रुपए खर्च होंगे. यह खर्च कॉलेज अपने स्थानीय मद से कर सकेंगे.
ऑनलाइन मोड में रहेगी क्लास
योजना की शुरुआत जून से पहले सप्ताह से की जाएगी और 30 जून तक इसका संचालन होगा. स्टूडेंट्स की जरूरत और डिमांड को देखते हुए 31 जुलाई तक भी संचालित किया जा सकता है. क्लास का समय सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक रहेगा. क्लास ऑनलाइन लाइव मोड में ही होंगी. इन क्लास में रोज 30-30 मिनट्स के अलग अलग विषयों के अधिकतम 4 सत्र आयोजित करवाए जा सकेंगे.
जानकारी के मुताबिक इन क्लासेज में उन विषयों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो परीक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन क्लासेज के संचालन के लिए 3 से 4 विषय विशेषज्ञों के समूह बनाए जाएंगे और कॉलेजों को ज्ञानदूत के तहत ऑनलाइन लाइव क्लास संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी.