प्रतापगढ़. जिले के बांसवाड़ा एनएच 56 पर पीपलखूंट थाना क्षेत्र के आमलीघाटा पर न्यूट्रल में चल रहे पांच वाहनों की आपस में टक्कर होने से (Five vehicles collided in Pratapgarh ) जाम लग गया. इस दौरान घंटे भर तक जाम की स्थिति बनी रही. जिसके कारण राहगीरों को खासा दिक्कतें पेश आई. बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त सभी वाहनों के चालक ढलान पर होने कारण न्यूट्रल में गाड़ी चला रहे थे. इसी दौरान सामने वाले चालक ने अचानक ब्रेक मार दिया. इस दौरान वाहन एक-दूसरों को पीछे से टक्कर मारने के कारण क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, एक ट्रेलर के पलटने से जाम लग गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त वाहन को मौके हटाया. जिसके बाद मार्ग पर यातायात सुचारू हो सका.
दुर्घटना में तीन चालकों को मामूली चोट आई है. इधर, मार्ग पर आए दिन हो रही दुर्घटना को देखते हुए मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. इंद्रजीतसिंह यादव भी मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. वहीं, पीपलखूंट थाना प्रभारी रोहित कुमार ने (Vehicle collision in Pratapgarh) बताया कि एनएच 56 पर पीपलखूंट और सुहागपुरा के बीच आमलीघाटे में ढलान है. यहां रात को भारी वाहन न्यूट्रल में चल रहे थे. इस दौरान रात के अंधेर में कोई वन्यजीव रोड पर होने से आगे चल रहे ट्रेलर चालक ने ब्रेक लगाया. इससे पीछे चल रहे चार और वाहन एक-दूसरे के पीछे से टकरा गए.
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वाहनों की स्पीड अधिक होने से एक ट्रेलर और एक बल्कर के साथ ही ट्रक पलट गया. इससे रोड पर जाम लग गया. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां स्थिति को देखते हुए क्रेन मंगवाई गई. जिससे रोड पर पलटे ट्रेलर को हटाया गया. इसके साथ ही मार्ग को चालू किया गया. दुर्घटना में पांचों वाहनों में खासा नुकसान हुआ है. वहीं, चालकों को मामूली चोट आई. इसके बाद मंगलवार को अन्य वाहनों को मार्ग से हटाकर मार्ग सुचारू किया गया. यहां आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए जिला कलेक्टर डॉ. यादव भी पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
यहां एनएच पर आमलीघाटे में करीब पांच किलोमीटर का ढलान है. थाना प्रभारी रोहित कुमार ने बताया कि जिससे अधिकांश वाहन चालक अपने वाहनों को न्यूट्रल कर चलाते हैं. ताकि डीजल की बचत हो सके. बताया गया कि भारी वाहनों में दो किलामीटर प्रति लीटर की बचत होती है. ऐसे में चार-पांच रुपए बचाने के चक्कर में यहां वाहनों को न्यूट्रल कर चलाते हैं. न्यूट्रल होने से ढलान में वाहनों को कंट्रोल होने में परेशानी होती है, जिससे दुर्घटना होती है.