प्रतापगढ़. नगर परिषद चुनाव के परिणाम आने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होने लगी है. प्रतापगढ़ नगर परिषद में 40 वार्डों के लिए 80 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे, जिसमें 40 कांग्रेस और 40 बीजेपी के प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था. 31 जनवरी को आए परिणामों में 21 सीटें बीजेपी और 19 सीटें कांग्रेस के खाते में दर्ज हुई थी.
इसके बाद 7 फरवरी को होने वाले सभापति चुनाव को लेकर शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. 4 फरवरी को बीजेपी से रामकन्या गुर्जर और कांग्रेस से जया कुमावत ने सभापति के लिए अपना नामांकन दर्ज किया. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर सभापति को लेकर पोस्ट आना शुरू हो गया. एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी सभापति के लिए राम कन्या गुर्जर को आगे कर रही थी, तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भाजपा के लिए ही सभापति के रूप में कई और चेहरे बताए जा रहे थे.
इन सब को लेकर भाजपा की ओर से राम कन्या गुर्जर को अधिकृत प्रत्याशी बताकर बाड़ाबंदी को भी मजबूत कर दिया था. वहीं, कांग्रेस के दिग्गज विपक्ष में बैठने की बात कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस की ओर से भी सभापति के लिए जया कुमावत को उम्मीदवार घोषित करने के बाद सोशल मीडिया पर पार्षदों की खरीद-फरोख्त को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई.
भाजपा के चुनाव प्रभारी और जिला प्रवक्ता की ओर से सोशल मीडिया पर भी पोस्ट डाली गई थी कि कांग्रेस अगर विपक्ष में बैठने के लिए राजी थी तो सभापति के लिए दावेदारी करने की बजाय निर्विरोध निर्वाचन करवा देते. वहीं, कांग्रेस की ओर से चुनाव में जो भी निर्णय रहेगा, उसे स्वीकार करने की बात कही जा रही है.
सांचौर नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव, भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला
जालोर के सांचौर नगरपालिका चुनाव में पालिकाध्यक्ष को लेकर नामांकन वापसी के बाद कांग्रेस के नरेश सेठ और भाजपा के पीरचंद भसाली के बीच सीधा मुकाबला है. पालिका अध्यक्ष का चुनाव 7 फरवरी को मतदान होगा. मतदान से पहले दोनो पार्टियों ने अपने-अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी कर दी है.
बता दें कि संख्या बल के आधार पर कांग्रेस का पक्ष मजबूत है. 3 निर्दलीय प्रत्यायी कांग्रेस के खेमे में शामिल हैं. ऐसे में 16 के मुकाबले कांग्रेस के पास 19 की संख्या है. कांग्रेस भी बोर्ड बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है.