प्रतापगढ़. जिले में परिवहन विभाग ने सोमवार को जब्त वाहनों की 18 वर्ष बाद नीलामी की. सोमवार को करीब 34 वाहन नीलाम किए गए हैं. इनमें से अधिकांश वाहन अब कबाड़ में तब्दील हो गए हैं. इससे विभाग को 13 लाख का राजस्व हुआ. जिला परिवहन कार्यालय में पिछले दिनों पुलिस एवं परिवहन विभाग की ओर से विभिन्न प्रकरणों में जब्त वाहनों की नीलामी की गई.
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नीलामी में कुल 61 वाहनों में से 34 वाहनों पर विभिन्न बोलीदाताओं ने बोलियां लगाई. इससे विभाग को 13 लाख की आय हुई. इस दौरान टू-व्हीलर, थ्री व्हीलर, चार पहिया वाहन और माल वाहक वाहनों की नीलामी की गई.
भंगार के रूप में नीलाम हुए अधिकांश वाहन
नीलामी के लिए रखे गए अधिकांश वाहन तो ऐसे थे जो 18 वर्ष पहले जब्त किए गए थे. इनमें कुछ के मालिक अज्ञात थे तो कुछ को कोई लेने नहीं आया. इस कारण ये वाहन पड़े-पड़े भंगार में बदल गया. अब इन्हें स्क्रैप के रूप में ही नीलाम किया गया. कुछ वाहन पुन: संचालन के लिहाज से लोगों ने नीलामी में खरीदे. इन वाहनों में 90 फीसदी वाहन ढांचों में तब्दील हो चुके थे. अधिकांश वाहनों के टायर और स्टेपनी नदारद थी. जब इन वाहनों को जब्त किया गया था तब ये सही सलामत थे, लेकिन नीलामी के समय केवल ढांचा रह गया.
हंगामे की नौबत आई
नीलामी के दौरान बोलीकर्ताओं की ओर से कई बार हंगामा भी किया गया. यहां तक कि कई बार नौबत हाथापाई तक भी जा पहुंची. इसे संभालने के लिए विभाग की ओर से पुलिस जाप्ता नहीं लगाया गया था. हालांकि, शोर शराबे के बीच भी नीलामी प्रक्रिया जारी रही. इस दौरान चित्तौड़गढ़ परिवहन अधिकारी, तहसीलदार प्रतापगढ़ समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. नीलामी में भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ, निम्बाहेड़ा और प्रतापगढ़ जिले के कई बोलीदाता शामिल हुए.