प्रतापगढ़. अखिल भारतीय किसान महासभा प्रतापगढ़ के नेतृत्व में धरियावद तहसील के सैकड़ों किसानों ने लसाडिया चोराहे से उपखंड अधिकारी कार्यालय तक रैली निकाल कर मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि काले कानूनों का विरोध कर इनको रद्द करने के मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. रैली उपखंड अधिकारी के कार्यालय पर पहुंच कर आमसभा में बदल गई. सभा को संबोधित करते हुए किसान महासभा के वरिष्ठ नेता डॉक्टर चंद्रदेव ओला ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों काले कानून किसानों की मौत के दस्तावेज हैं और कॉर्पोरेट्स कम्पनियों के मुनाफे के लिए बनाए गए हैं.
अखिल भारतीय किसान महासभा प्रतापगढ़ के जिला अध्यक्ष गोतमलाल मीणा ने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार पूंजीपतियों-कॉर्पोरेट्स गठजोड़ के हितों के पैरोकार हैं और किसानों के लिए केवल जुमलेबाजी कर रही है. आमसभा में किसानों ने कहा कि हम धरियावद में कृषि उपज मंडी की आशा में बैठे थे और मोदी सरकार ने देशभर की सरकारी मंडियों को ही बंद करने का रास्ता बना दिया. किसान संगठन के नेता पूरणमल माल ने कहा कि कह कर तो मोदी सरकार किसानों के कल्याण के नाम पर सत्ता में आई थी, लेकिन अब अडाणी-अम्बाणी की सेवा में लग गई हैं.
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उन्होंने कहा कि ऐसे ही चलता रहा, तो थोड़े दिन में किसान भाजपा नेताओं का गांवों में घुसना मुश्किल कर देंगे. कृषि कानून बिल का विरोध करने के साथ-साथ किसानों ने स्थानीय किसानों की मांग पर धरियावद में कृषि उपज मंडी खोलने का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम दिया और जाखम के कमांड में नहरों का सीपेज रोकने, और टूटे पुलियों के पुनर्निर्माण तथा पेय जल के लिए तहसील में खराब पड़े सभी हैंड पंप ठीक करने का ज्ञापन भी उपखंड अधिकारी को सौंपा.