पाली. जिले में ईंधन उपलब्ध कराने के लिए गलियों में गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को शुरू करने की कवायद को अंतिम रूप देने का कार्य शुरू हो चुका है. पाली में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए भारत की जानी मानी कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जिसके तहत औद्योगिक क्षेत्र में इस पाइपलाइन को बिछाया जाएगा. जिसको लेकर गुरुवार को जिला मुख्यालय पर जिला परिषद सभागार में अधिकारियों और जिले के उद्यमियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में पाली में आने वाली गैस पाइपलाइन के फायदे और इसके उपयोग के बारे में प्रमुखता से चर्चा की गई.
वहीं इस कार्यशाला में कपड़ा उद्योग से जुड़े सैकड़ों उद्यमी और अधिकारी मौजूद रहे. बता दें कि इस पाइप लाइन को बिछाने का मुख्य उद्देश्य जिले में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के आंकड़े को कम करना और आने वाले भविष्य में वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए अभी से प्रारूप तैयार किया जा रहा है.
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प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की माने तो वर्तमान में बांडी नदी और जल प्रदूषण को लेकर लगातार समस्याएं सामने आ रही है. जिसके चलते जिले में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. दूसरी ओर जिस प्रकार से जिले के कपड़ा उद्योग में ईंधन के लिए कोयले और अन्य रसायनों का उपयोग किया जा रहा है. इससे वायुमंडल में प्रदूषण का खतरा भी बढ़ चुका है.
अधिकारियों का कहना है कि पाली के कपड़ा उद्योग में सर्वाधिक कोयले का उपयोग किया जाता है. इसके लिए उद्यमियों को अलग से प्रदूषण नियंत्रण यंत्र लगाने पड़ते हैं. कोयले का अधिक से अधिक उपयोग करना पड़ता है, लेकिन आने वाले भविष्य में पाली में गैस लाइन के आने के बाद कपड़ा उद्योग से जुड़े उद्यमियों को ईंधन से काफी राहत मिलेगी. साथ ही वायु प्रदूषण जैसी समस्या का सामना पाली को भविष्य में नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए अंतिम प्रारूप 2021 तक पाली में तैयार होकर नजर आना शुरू हो जाएगा.