पाली. शहर में जरूरतमंद युवाओं को अपनी चुंगल में लेने वाले सूदखोरों के गिरोहों का आतंक काफी बढ़ चुका है. ऐसा ही मामला रविवार रात को पाली शहर में देखने को मिला. शहर के राणा प्रताप नगर में रहने वाले एक किशोर ने 4 हजार रुपए फाइनेंस करने वाले तीन युवकों की ओर से प्रताड़ित करने के बाद आत्महत्या का प्रयास किया. बताया जा रहा है कि किशोर ने घर में रखी कीटनाशक दवा खा ली. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई और परिजनों को उसे अस्पताल ले जाना पड़ा. फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
पुलिस के अनुसार राणा प्रताप नगर में रहने वाले अनिल पुत्र चंपालाल नागोरा ने अपने इलाके में ही रहने वाले रितेश वैष्णव से मोबाइल खरीदने के लिए 4 हजार उधार लिए थे. इसके बाद उसने उसे 9 हजार रुपए चुका दिए. उसके बाद भी वह और पैसों की मांग कर रहा था. इस पर उसने अजय पाणेचा और राजू से पैसे उधार लेकर नितेश को चुका दिए. उक्त तीनों युवक आपस में मिले होने के कारण अब उससे कुल 22 हजार रुपए की मांग कर रहे थे.
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तीनों ने अनिल को लगातार धमकाने के साथ ही उसके साथ मारपीट भी की थी. कुछ दिनों पहले तीनों ने उसे महादेव बगीची के पास धमकी देकर बुलाया और पैसों की मांग की. यहां भी तीनों युवकों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की. वहीं लड़का के पिता का कहना है कि आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर कीड़े-मकोड़े मारने वाली दवा का सेवन कर लिया था, जिससे वह अचेत होकर घर में गिर गया. उसे तत्काल अस्पताल भर्ती कराया गया इस संबंध में औद्योगिक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर नितेश वैष्णव, अजय पानी और राजू को हिरासत में लिया है और इस मामले की जांच कर रही है.
इससे पहले भी सूदखोरों से लोग परेशान हुए
पाली में सूदखोरों द्वारा लोगों को परेशान करने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी पाली में नया गांव का आरिफ खान मात्र 20 हजार रुपए कर्ज लिया था और बदले में उसने सूदखोरों को 3 लाख रुपए चुका दिया था, फिर भी हिसाब साफ नहीं हुआ तो वह बीवी बच्चों को छोड़कर चला गया. उसके बाद पुलिस उसे तलाश कर लाई और बयानों में सूदखोरों के नाम बताएं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई.
दूसरा मामला पांच मौका पुलिया के समीप रहने वाले हंसराज साहू तेली का है. उसने कर्ज देने वाले सूदखोरों से परेशान होकर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी. उसने सुसाइड नोट में सूदखोरों के नाम लिखे थे. पुलिस ने एक के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की और मामला बंद कर दिया गया.
तीसरा मामला शहर के हाउसिंग बोर्ड के रमेश कुमार का है. सूदखोरों के जाल में ऐसा फंसा की कर्ज और ब्याज के कारण पूरी प्रॉपर्टी बेचने पड़ी. इसके बाद भी सूदखोरों द्वारा जान से मारने की धमकी देते रहे. उसने सूदखोरों से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली.
चौथा मामला बांगड़ कॉलेज क्षेत्र में महिला ने पति के कर्ज से परेशान होकर जहर खा लिया था. इससे पहले सूदखोरों ने ब्याज नहीं देने पर उसकी अस्मत लूटी, अश्लील वीडियो बनाया और उसके दम पर उसे लगातार ब्लैकमेल किया. इन सभी मामलों के सामने आने के बाद में भी पुलिस अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं कर पाई है.