पाली. जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी गंभीर होती जा रही है. इसका अंदाजा बांगड़ अस्पताल में भर्ती मरीजों से लगाया जा सकता है. पिछले 3 दिनों से बांगड़ अस्पताल में आ रहे मरीजों को बेड के लिए भी जतन करना पड़ रहा है. बांगड़ अस्पताल में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 14 वार्ड खोल दिए गए हैं. इन 14 वार्ड में बुधवार देर रात तक एक भी बेड खाली नहीं था.
बांगड़ अस्पताल के ओपीडी में कई मरीजों को अपने बेड के लिए कई घंटो तक इंतजार करना पड़ रहा है. बेड के साथ ही अब मरीजों के ऑक्सीजन पर भी संकट छाने लगा है. बुधवार की स्थिति की बात करें तो जिले में 412 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. वहीं, 5 संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ दिया है. पाली जिले में प्रतिदिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या में 2 गुना इजाफा हो चुका है.
संक्रमित मरीजों की मौत से ज्यादा बांगड़ अस्पताल में पोस्ट कोविड मरीजों की मौत हो रही है. इस संक्रमण के बाद मरीज की नेगेटिव रिपोर्ट तो आ रही है, लेकिन उसका सिटी स्कोर 22 से ऊपर आ रहा है. ऐसे में एक या दो दिन में ही मरीज के फेफड़े पूरी तरह से खत्म हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण काल की बात करें तो पहली लहर में ऐसी स्थिति आने में मरीज को 5 से 8 दिन लगते थे, लेकिन अब दो ही दिन में मरीज इस घातक स्थिति में पहुंच रहा है.
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बांगड़ अस्पताल में अब तक 14 वार्ड में 283 बेड खोल दिए गए हैं, जिनमें कोरोना संक्रमित मरीज और संदिग्ध मरीजों को रखा गया है. इन मरीजों में से 248 मरीजों को हर समय ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है. पाली जिले में यह भयावह स्थिति प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. बुधवार को 412 कोरोना संक्रमित मरीज आए हैं, जिनमें से 42 मरीजों को तुरंत अस्पताल में ऑक्सीजन के लिए भर्ती करना पड़ा है. सबसे चुनौती की बात यह है कि बांगड़ अस्पताल के 8 वार्डों में ही ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाई हुई है. इसके चलते बांगड़ अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए उनके पास तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाना पड़ रहा है. बुधवार देर रात को एक बार बांगड़ अस्पताल में स्थिति डांवाडोल हो गई थी. मरीजों के लिए एक भी बेड खाली नहीं था.