पाली. पानी की बर्बादी रोकने के मामले में पाली नजीर बनता जा रहा है. यहां प्रदेश का पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होने जा रहा है. इसका ट्रायल भी शुरू हो चुका है. यहां अब सीवर लाइन से आने वाले पानी को रिट्रीट कर फिर से उपयोग में लाया जाएगा. शहर में फिलहाल 2.5 एमएलडी पानी खरीदकर पाली के कपड़ा उद्योग को देना शुरू कर दिया है. शहर में यह पहल प्रदेश सरकार और रुड़िप की ओर से की गई है. इसमें पाली के 12000 घरों से आने वाला 5 एमएलडी गंदा पानी यहां प्लांट में रिट्रीट किया जा रहा है.
यहां इस प्लांट को पूरी तरह से चलाने के लिए 450 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएगी. इससे शहर के 50000 घरों को सीवेज कनेक्शन से जोड़ा जाएगा. इससे आने वाला पानी सीधा प्लांट में आएगा जो 24 घंटे के अंदर रिट्रीट होकर शुद्ध पानी में बदल जाएगा और फिर से उसका उपयोग अलग-अलग स्थान और काम में किया जाएगा. सबसे बड़ी बात यह है कि इस ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरु होने पर नगर परिषद को काफी आय भी होगी.
रुड़िप के अधिकारियों का कहना है कि पाली में अब तक 380 किलोमीटर सीवर लाइन का काम पूरा हो चुका है. फिलहाल इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में 200 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन तक का गंदा पानी उपयोग में लिया जा रहा है. अधिकारियों का दावा है कि अगले 3 माह में 450 किलोमीटर तक सीवर लाइन बिछने के बाद 50 हजार घरों से निकलने वाले सीवर से प्लांट के जरिए रोजाना 15 एमएलडी शुद्ध पानी निकाला जाएगा. इसका उपयोग विभिन्न स्थानों और कार्यों में होगा जहां फिलहाल पेयजल को बर्बाद किया जा रहा है.
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नगर परिषद की आय शुरू
रुड़िप के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल पाली में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से 2. 5 एमएलडी पानी रिट्रीट कर कपड़ा इकाइयों को बेचा जा रहा है. इससे पाली नगर परिषद को प्रतिमाह छह लाख से ज्यादा आय हो रही है. जब इस प्लांट में पूरी तरह से कार्य शुरू हो जाएगा, तब यहां से रोजाना 15 एमएलडी रिट्रीट पानी बेचा जाएगा. जिसे नगर परिषद को करीब प्रति माह 20 से 25 लाख रुपए की आय होगी.
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पेयजल की बर्बादी होगी कम
अधिकारियों का कहना है कि पाली में फिलहाल बगीचों में पानी डालने, घरेलू प्रयोग, कपड़ा उद्योग में काम में लाने के लिए पेयजल का ही उपयोग किया जा रहा है. इससे गर्मी या मानसून की बेरुखी के समय पाली में पेयजल संकट शुरू हो जाता है. लेकिन इस ट्रीटमेंट प्लांट के पूर्णतया शुरू होने के बाद यहां से रिट्रीट होने पर इस पानी से नगर परिषद के सभी उद्यानों को सिंचित किया जाएगा. कपड़ा उद्योग में भी यही पानी दिया जाएगा. इससे पाली की जनता को भरपूर पेयजल मिल सकेगा.
पाली में सुधरेगी पेयजल व्यवस्था
- पाली में स्थापित हुआ 15 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
- इसके लिए शहर में बिछाई जाएगी 450 किलोमीटर की सीवरेज लाइन
- शहर के 50 हजार घरों को जोड़ा जाएगा इस लाइन से
- अभी शहर में 380 किलोमीटर की लाइन काम पूरा, 120 किमी का काम अगले माह तक होगा पूरा
- अभी शहर के 6 हजार घरों से आ रहा 5 एमएलडी सीवरेज का पानी
- प्लांट में अभी 2.5 एमएलडी पानी को ट्रीट कर भेजा जा रहा कपड़ा उद्योग में
- इससे अभी नगर परिषद को हो रही 6 लाख प्रतिमाह आय