पाली. सरकार की ओर से अनलॉक की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद सोमवार को स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी गई थी. हालांकि उसमें नियम रखा गया था कि अभिभावकों की अनुमति से ही अच्छे स्कूल आ पाएंगे. लेकिन पाली में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते पहले दिन सोमवार को पाली के सभी स्कूलें सूनी रही.
पाली जिला मजिस्ट्रेट अंशदीप की ओर से एक दिन पहले ही पाली में धारा 144 प्रभावी कर दी है. इसी के आदेश स्वरूप वाली के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को नहीं बुलाया गया. हालांकि, विद्यालय प्रबंधन की ओर से सभी स्कूलों में सोशल डिस्टेंस और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए गए थे. लेकिन अब 31 अक्टूबर तक लगाए लोगों के चलते स्कूलों में एक बार फिर से बच्चों की प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
बता दें कि पाली के जिला मुख्यालय पर सबसे बड़े माध्यमिक स्कूल बांगड़ स्कूल में भी सोमवार को बच्चों को आने को लेकर पूरी तैयारी कर दी गई थी. सोशल डिस्टेंस के साथ सभी कक्षा कक्षों में टेबल लगाई गई थी. साथ ही सैनिटाइज और संक्रमण को रोकने वाली सभी सुविधाएं की गई थी, लेकिन जिला मजिस्ट्रेट के धारा 144 आदेश प्रभावी होने के चलते और अभिभावकों ने भी पाली में फैल रहे संक्रमण को देखते हुए अपने बच्चों को स्कूल भेजना उचित नहीं समझा. ऐसे में सोमवार को बांगड़ स्कूल पूरी तरह से सुना रहा.
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हालांकि, स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया जारी है. इसके चलते स्कूल में प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या जरूर नजर आई. बांगड़ स्कूल के संस्था प्रधान ने बताया कि बागड़ स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए सभी सुविधाएं पूरी कर ली गई है, जो कोविड-19 के नियमों के तहत है, इसके अलावा अब संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बच्चों को स्कूल में नहीं बुलाया जा रहा है. हालांकि स्कूल के अध्यापकों द्वारा ऑनलाइन क्लास से आ रही है.