पाली. जिले में बुधवार को 6 गांव में हुए समुद्र मंथन का कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में 36 कोम के श्रद्धालुओं की साक्ष में 15 हजाह से अधिक बहनों ने एक साथ समुद्र मंथन किया और उनके भाइयों ने उन्हें चुनर ओढ़ाई. लुणावा, गुड़ा मेकरण, आईसीया, खिमेल और बिठिया गांव में तालाब में खड़ी बहनों को भाइयों ने चुनरी ओढ़ाकर बाहर निकाला और राजस्थान की संस्कृति की परंपरा का निर्वहन किया.
जिले में एक साथ 6 गांव में हुए समुद्र मंथन में यह रिकॉर्ड है कि पहली बार एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोग अपने गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में शिरकत कर महिला सशक्तिकरण की मिसाल को और मजबूत किया गया. वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि इस गांव में हुए इन पूरे आयोजन में 16 करोड़ से ज्यादा राशि खर्च हुई है. बरसों बाद गांव में आयोजित होने वाले सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम को लेकर सभी गांव में 15 दिन पहले से खासा उत्साह नजर आ रहा था.
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अधिकतर परिवार तो बाहर रहने के कारण 15 से 20 साल बाद अपने गांव पहुंचे थे. बुधवार को तालाब के किनारे हुए आयोजन में हजारों बहनों को समुद्र मंथन के दौरान भाइयों ने चुनरी ओढ़ाकर जब नदी से बाहर निकाला तो बहनों की आंखों में भावुकता के आंसू आ गए. 6 गांव में हुए समुंद्र मंथन कार्यक्रम में ऐसा पहली बार हुआ जिसमें 36 कौम के लोगों ने बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभाई.