ETV Bharat / state

कुआं खोदते समय मलबे में दब गया था श्रमिक, 15 दिन बाद शव निकालने के लिए फिर शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन - पाली में मजदूर दबा

पाली के सुमेरपुर क्षेत्र के कानपुरा गांव में 15 दिन पहले कुआं खोदने के दौरान मलबे के नीचे दबे मजदूर के शव को निकालने के लिए प्रशासन ने फिर से प्रयास शुरू कर दिए हैं. इस बार रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी कर रहे हैं.

laborers dead body Rescue, workers suppressed in wells
कुएं में दबे मजदूर के शव को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
author img

By

Published : Oct 13, 2020, 3:34 PM IST

पाली. सुमेरपुर उपखंड के कानपुरा गांव में 27 सितंबर को कुआं खोदने के दौरान श्रमिक मुपाराम मीणा मलबे में दब गया था. प्रशासन और ग्रामीणों के प्रयास के बाद भी उसका शव बाहर नहीं निकाला जा सका था. परिजनों की गुहार के बाद अब प्रशासन की ओर से एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इस बार रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी द्वारा किया जा रहा है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत अब प्रशासन इस कुएं को पूरा मिट्टी से भरेगा और उसके बाद धीरे-धीरे मिट्टी निकालकर शव को निकाला जाएगा.

कुएं में दबे मजदूर के शव को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

पिछले 15 दिनों से मलबे में दबे श्रमिक मुपाराम के परिजन उसके शव को कुएं से बाहर निकालने के लिए अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के आगे लगातार गुहार लगा रहे हैं. इसी के तहत पाली में एक दिवसीय दौरे पर आए प्रभारी मंत्री के सामने यह मामला जाने के बाद उन्होंने प्रशासन को किसी भी हालत में कुएं से शव निकालने के निर्देश दिए थे.

सोमवार को जिला कलेक्टर अंशदीप को तकनीकी टीम द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद प्रशासन ने शव को निकालने के लिए नई तकनीकी का इस्तेमाल किया. इसके तहत जिला कलेक्टर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी सहित सभी तकनीकी टीम फिर से कानपुरा गांव पहुंची और वहां पर कुएं को मिट्टी से पाटने के बाद उसमें धीरे-धीरे कर मिट्टी को निकालने की प्रक्रिया शुरू करने का कार्य चालू करवाया.

पढ़ें- बाड़मेर में ताबड़तोड़ फायरिंग का Video Viral...देखें...

बता दें कि प्रशासन ने इस शव को कुएं से बाहर निकालने के लिए यह तीसरी बार रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. पिछले दो रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे. उसके बाद मीणा समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के पास जाकर गुहार लगाने की बात कही थी. इससे पहले ही जिला प्रशासन की ओर से शव को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन द्वारा इस बार शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी भी श्रमिक को शव निकालने के लिए कुएं में नहीं उतारा जाएगा. पूरा कार्य मशीनों द्वारा संपन्न करवाया जाएगा.

पाली. सुमेरपुर उपखंड के कानपुरा गांव में 27 सितंबर को कुआं खोदने के दौरान श्रमिक मुपाराम मीणा मलबे में दब गया था. प्रशासन और ग्रामीणों के प्रयास के बाद भी उसका शव बाहर नहीं निकाला जा सका था. परिजनों की गुहार के बाद अब प्रशासन की ओर से एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इस बार रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी द्वारा किया जा रहा है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत अब प्रशासन इस कुएं को पूरा मिट्टी से भरेगा और उसके बाद धीरे-धीरे मिट्टी निकालकर शव को निकाला जाएगा.

कुएं में दबे मजदूर के शव को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

पिछले 15 दिनों से मलबे में दबे श्रमिक मुपाराम के परिजन उसके शव को कुएं से बाहर निकालने के लिए अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के आगे लगातार गुहार लगा रहे हैं. इसी के तहत पाली में एक दिवसीय दौरे पर आए प्रभारी मंत्री के सामने यह मामला जाने के बाद उन्होंने प्रशासन को किसी भी हालत में कुएं से शव निकालने के निर्देश दिए थे.

सोमवार को जिला कलेक्टर अंशदीप को तकनीकी टीम द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद प्रशासन ने शव को निकालने के लिए नई तकनीकी का इस्तेमाल किया. इसके तहत जिला कलेक्टर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी सहित सभी तकनीकी टीम फिर से कानपुरा गांव पहुंची और वहां पर कुएं को मिट्टी से पाटने के बाद उसमें धीरे-धीरे कर मिट्टी को निकालने की प्रक्रिया शुरू करने का कार्य चालू करवाया.

पढ़ें- बाड़मेर में ताबड़तोड़ फायरिंग का Video Viral...देखें...

बता दें कि प्रशासन ने इस शव को कुएं से बाहर निकालने के लिए यह तीसरी बार रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है. पिछले दो रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे. उसके बाद मीणा समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के पास जाकर गुहार लगाने की बात कही थी. इससे पहले ही जिला प्रशासन की ओर से शव को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन द्वारा इस बार शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी भी श्रमिक को शव निकालने के लिए कुएं में नहीं उतारा जाएगा. पूरा कार्य मशीनों द्वारा संपन्न करवाया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.