पाली. सुमेरपुर क्षेत्र के कानपुरा गांव में 27 सितंबर को कुएं की खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से एक श्रमिक की दबकर मौत हो गई. श्रमिक के शव को निकालने के लिए प्रशासन ने क्षतिग्रस्त कुंए की फिर से खुदाई की है. अब संभावना है कि अगले 7 दिनों में श्रमिक मुपाराम के शव को बाहर निकाला जा सकेगा.
जानकारी के अनुसार 27 सितंबर को कानपुरा गांव में ईश्वर सिंह पुत्र पाबू सिंह के कृषि कुएं के निर्माण किया जा रहा था. इसके लिए शिवगंज के जोगापुरा गांव निवासी श्रमिक मुपाराम पुत्र केसाराम मीणा और गोमाराम पुत्र देवाराम मीणा कुए के अंदर उतरे थे. इस दौरान खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से डोले में बैठा मुपाराम अंदर ही दब गया. जबकि उसका साथी गोमाराम पाइप के सहारे बाहर निकल आया.
प्रशासन ने मान ली थी हार
मुपाराम के शव को निकालने के लिए प्रशासन ने SDRF और भीलवाड़ा से एक्सपर्ट टीम भी बुलाई लेकिन शव को बाहर नहीं निकाला जा सका. इसके बाद प्रशासन ने हार मान ली और इस कुएं को मुपाराम की कब्र मानते हुए रेस्क्यू बंद कर दिया लेकिन जब मुपाराम के परिजनों ने जनप्रतिनिधियों के आगे शव निकालने की गुहार लगाई. जिसके बाद प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद से शव को निकालने की गुहार लगाई गई. जिसके बाद एक बार फिर से मुपाराम के शव को बाहर निकालने की कवायद शुरू हुई है. 13 अक्टूबर को फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. ऐसे में परिजनों को मुपाराम के शव को मिलने की उम्मीद जगी है.
83 फीट की गई खुदाई
इसके चलते क्षतिग्रस्त हुए कुंए को फिर से 83 फीट नीचे तक खुदाई कर उसे पक्का बनाया गया है और अब अगले 7 दिनों में किसी भी वक्त मुपाराम के शव को बाहर निकाला जा सकता है. इस को लेकर प्रशासन अपनी पूरी तैयारी करके बैठा है.
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सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 79 दिन से प्रतिनिधि और अधिकारी प्रतिदिन कुंए पर खुदाई कार्य का अपडेट लिया जा रहा है. अब श्रमिक का शव जल्द ही बाहर निकालकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा.