पाली. कॉलेज निदेशालय ने छात्र संघ चुनाव की घोषणा कर दी है. जिसके बाद से पाली में युवा राजनीति गलियारों में हलचल तेज हो चुकी है. इस हलचल के साथ ही छात्र शक्ति का प्रतिनिधित्व करने के लिए युवा नेता अब कॉलेजों में सक्रिय हो चुके हैं. वहीं छात्र राजनीति के संगठन एनएसयूआई व एबीवीपी ने बांगड़ कॉलेज में अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं.
प्रत्याशी घोषित होने के बाद संगठनों में घमासान शुरू हो चुकी है. ऐसे में टिकट का विरोध करते हुए दोनों ही संगठनों के पदाधिकारियों ने संगठन से विरोध कर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
जानकारी के मुताबिक छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद पाली बांगड़ कॉलेज के लिए सबसे पहले एबीवीपी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है.एबीवीपी ने पहली बार बांगड़ कॉलेज के चुनावी मैदान से छात्रा को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है.
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एबीवीपी ने इस बार एनएसयूआई को मात देने के लिए नेहा बामणिया को अध्यक्ष पद के लिए टिकट दिया है. यह पहला मौका है जब एबीवीपी ने किसी छात्रा को मैदान में उतारा है. वहीं पिछले 4 सालों में पहली बार एबीवीपी ने चुनाव से 10 दिन पहले ही अपने पैनल की घोषणा कर दी. पिछले 4 सालों से एबीवीपी को अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी नहीं मिला था. टिकट की घोषणा के बाद कार्यकर्ता बगावती रुख अपना रहे हैं.
वहीं एनएसयूआई ने बांगड़ कॉलेज से अध्यक्ष पद के लिए लक्ष्मण सिंह को मैदान में उतारा है. लक्ष्मण सिंह के मैदान में उतरने से एनएसयूआई के पदाधिकारियों में भी बगावती सुर नजर आने लगे हैं. एनएसयूआई से जुड़े विष्णु सिसोदिया एनएसयूआई से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
अगर एबीवीपी की बात करें तो एबीवीपी से लंबे समय से अध्यक्ष पद की तैयारी कर रहे गोपाल सिंह ने एबीवीपी से बगावत कर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. एबीवीपी द्वारा नेहा बामणिया को टिकट देने से नाराज होकर बांगड़ कॉलेज के पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपक सोनी व पूर्व विभाग संयोजक व छात्रसंघ अध्यक्ष के प्रत्याशी रहे कार्तिक सिंह ने एबीवीपी से इस्तीफा दे दिया है.