पाली. संभागीय आयुक्त के निर्देश पर कलेक्टर ने सोमवार को जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को पानी वितरण की व्यवस्था को 72 घंटे से घटाकर 48 घंटे के अंतराल पर करने के आदेश दिए हैं.
जवाई बांध जल वितरण समिति की बैठक की कार्रवाई विवरण जारी होने के बाद जिले में बनी भ्रम की स्थिति अब स्पष्ट हो गई हैं. क्योंकि बैठक में पिछले सालों के अनुरूप ही सिंचाई और पेयजल के लिए 63 प्रतिशत और 37 प्रतिशत के अनुपात में जल का बंटवारा करने का निर्णय लिया गया है. यही नहीं जवाई बांध बांध से अतिरिक्त पानी और छीजत से बचने वाले 250 एमसीएपटी पानी को भी जलदाय विभाग ने आरक्षित किया है. इस प्रकार पिछले सालों की तुलना में इस साल अधिक पेयजल उपलब्ध है. साथ ही 494.5 एमसीएफटी डेड स्टोरेज पानी को भी अकाल या अनावृष्टि की स्थिति में संभागीय आयुक्त से अनुमति लेकर पेयजल के लिए उपयोग किया जा सकेगा. ऐसे में ये पानी भी रिजर्व स्रोत के रूप में उपयोग में आ सकेगा.
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कलेक्टर ने बताया कि, जवाई बांध जल वितरण समिति के अध्यक्ष और संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा के निर्णय के अनुसार जिले में पेयजल की कमी नहीं आने दी जाएगी. जवाई बांध से 2192.51 एमसीएफटी, हेमावास बांध से 230.14 एमसीएफटी पानी और छीजत रोकने के लिए उपलब्ध पानी 250 एमसीएफटी यानि कुल 2672.65 एमसीएफटी पानी पेयजल के लिए उपलब्ध रहेगा. इसके अलावा आगामी फरवरी में पेयजल आपूर्ति के लिए जलदाय विभाग फिर से रिव्यू करेगा.