पाली. नगर निकाय की सरगर्मियां अब पाली शहर में साफ नजर आने लगी है. जहां, वर्तमान बोर्ड के सभापति व पार्षद अपनी 5 साल की उपलब्धियों को लेकर पाली की जनता के बीच जा रहे हैं. वहीं 5 साल विपक्ष में रहने वाले कांग्रेसी पार्षद जनता को वर्तमान बोर्ड द्वारा 5 साल की नाकामियों को गिना रहे हैं. जहां कांग्रेस के पार्षद वर्तमान बोर्ड पर 5 साल में शहर की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस बार अपना बोर्ड बनने का दावा कर रहे हैं. वहीं अगर भाजपा बोर्ड से जुड़े पार्षदों की मानें तो वे 5 साल में विकास की गंगा बहाने का दावा कर भाजपा का फिर से बोर्ड बनाने का दावा कर रहे हैं.
पाली नगर परिषद सभापति महेंद्र बोहरा द्वारा 5 साल में वर्तमान बोर्ड द्वारा किए गए कार्य पाली में पिछले 60 सालों में नहीं होने का दावा किया जा रहा है. चेयरमैन का दावा है कि पाली में इस बोर्ड ने कई बंजर जमीनों को उद्यान में तब्दील किया. पाली शहर के कई चौराहे थे, जिन्हें सुदृढ़ कर वहां भारत के महापुरुषों की प्रतिमाओं की स्थापना की. वहीं पाली शहर को कचरा मुक्त करने के लिए भी नगर परिषद ने अपनी अहम भूमिका निभाई. इसके साथ ही पाली शहर के विकास को लेकर कई कार्य किए गए. जिनके कारण पाली की जनता को काफी राहत मिली है.
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इधर, विपक्ष में रहने वाले कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष की मानें तो उनका आरोप है कि पिछले सालों के इतिहास में पाली में कभी भी ऐसा बोर्ड नहीं देखा गया. जिससे, पाली शहर पूरी तरह त्रस्त हो गया. उनका आरोप है कि पाली में पिछले 5 सालों में एक भी सड़क ऐसी नहीं है, जिसका पूर्ण रूप से सुदृढ़ीकरण किया गया. साथ ही पाली में आज भी गंदगी भरे आलम की स्थिति है. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने बोर्ड पर कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में पिछले 5 सालों में किसी भी प्रकार का विकास नहीं कराने का आरोप भी लगाया है.