पाली. जोधपुर एसीबी की टीम ने शनिवार को तखतगढ़ पावा क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद कुमार सक्सेना को 17 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी डॉक्टर ने यह रिश्वत पावा स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन कुमार से ली थी.
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एसीबी ने बताया कि परिवादी डॉ. पवन कुमार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पावा पर पद स्थापित हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पावा के अधीन आने वाले उप स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिमाह प्रत्येक गुरुवार को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य दिवस का आयोजन होता है. जिसके निरीक्षण के लिए राज्य सरकार की तरफ से 1500 रुपए का प्रावधान किया गया है. यह निरीक्षण ऑनलाइन ऐप से किया जाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पावा तहसील सुमेरपुर के अधीन दो उप स्वास्थ्य केंद्र बसंत एवं हिंगोला आते हैं. जिनकी प्रतिमाह 3 गुरुवार को विजिट होती है. इस अनुसार 4500 रुपए प्रति माह मोबिलिटी बनती है.
राज्य सरकार ने जून 2020 से मोबिलिटी की अनुमति प्रदान की और भुगतान भी अपने स्तर पर करने की अनुमति दी थी. परिवादी ने जून 2020 से प्रतिमाह ऐप से ऑनलाइन निरीक्षण किया और प्रतिमाह 4500 के हिसाब से दिसंबर 2020 तक 31500 का भुगतान उठाया. परिवादी से आरोपी डॉक्टर ने मोबिलिटी भुगतान हुए बिल की कुल राशि में से 30% राशि रिश्वत के तौर पर मांगी. परंतु परिवादी ने मना कर दिया. जिसके बाद डॉ. शरद ने परिवादी को 4 जनवरी 2021 को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
परिवादी ने बताया कि यह नोटिस पूरे ब्लॉक में केवल उन्हें ही दिया गया. जबकि ब्लॉक के 13 चिकित्सा संस्थानों में 8 संस्थाओं के अधिकारी यह बिल उठा चुके हैं. नोटिस फाइल करने एवं मोबिलिटी के प्राप्त किए भुगतान की एवज में 30% रिश्वत राशि 17 हजार आरोपी ने अपने निवास स्थान पर मंगवाई थी. शनिवार को परिवादी यह रिश्वत की राशि लेकर पहुंचा तो एसीबी ने आरोपी डॉक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.