पाली. जिले के सबसे बड़े पेयजल स्त्रोत जवाई बांध से पाली जिले के लिए अब खुशखबरी आनी शुरू हो गई है. जवाई कमांड क्षेत्र में शुरू हुई मानसूनी बारिश के चलते अब जवाई बांध में पानी की आवक शुरू हो गई है. शनिवार रात को हुई बारिश के चलते जवाई बांध में अच्छे स्तर पर पानी की आवक हुई है.
इसके चलते रविवार सुबह जवाई बांध का गेज 22.25 फीट हो गया है. एक ही रात में जवाई बांध में 2 फीट पानी के चलते जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के चेहरे पर अब एक बार फिर से रौनक लौट आई है. हालांकि अभी भी जवाई बांध में काफी पानी की आवश्यकता है, लेकिन अब अधिकारी मानसून से उम्मीदें और ज्यादा लगाने लगे हैं.
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इधर, जवाई के सहायक बांध सेई बांध में भी मानसूनी बारिश के चलते ही पानी की आवक शुरू हो गई है. इसके चलते जवाई में भी इसका जलस्तर बढ़ने की उम्मीदें लगाई जा रही है. पाली जिला मुख्यालय पर जल संसाधन विभाग की ओर से स्थापित किए गए कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार मध्यरात्रि के बाद जवाई के कमांड क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है. एक ही रात में 45 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
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इसके चलते रविवार सुबह 7 बजे जवाई बांध का जलस्तर 22.25 फीट मापा गया है. आपको बता दें कि अब जवाई बांध में पानी की स्थिति 1361 एमसीएफटी हो चुकी है. इधर, जवाई बांध के सहायक बांध सेई बांध की बात करें तो उसका गेज 4 मीटर हो चुका है और उसके जल की क्षमता 558.40 एमसीएफटी हो चुके है. शनिवार रात को सेई बांध कमांड क्षेत्र में 56 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
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शनिवार रात को इन दोनों ही बांधों के कमान क्षेत्र में हुई बारिश के बाद में अब जल संसाधन विभाग के अधिकारी इनसे और भी अच्छी उम्मीदें लगा रहे हैं. अगर इन बातों में अधिकारियों की उम्मीद के अनुसार पानी आता है तो पाली जिले को साल भर तक पेयजल के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.