पाली. शहर में बारिश के बाद में मौसमी बीमारियों का सफर शुरु हो गया. इन बीमारियों के बीच पाली में पीलिया रोग ने भी अपनी दस्तक दे दी है. शहर में लगभग हर दिन अलग-अलग बस्तियों से पीलिया से मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं लगातार सामने आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर है.
शहरी क्षेत्र में फैल रहे पीलिया रोग के पीछे सबसे बड़ा कारण पाली में सप्लाई होने वाला प्रदूषित पानी बताया जा रहा है. शहर में पानी की सप्लाई होने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज होने के कारण लोगों के घरों तक पहुंचने वाला पीने का पानी दूषित हो रहा है. दूषित पानी पीकर पीलिया रोग की चपेट में आ रहे हैं.
अलर्ट पर है जिला प्रशासन
मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने पाली शहरी क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में फैली पाइप लाइन का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है. क्षेत्रों में पाइप लाइन लीकेज होने पर उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं. पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर सभागार में हुई बैठक में पीलिया का आंकड़ा देख जिला कलेक्टर ने भी कारण पूछा तो शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज होने का कारण मुख्य रूप से सामने आया.
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वहीं चिकित्सा अधिकारियों की माने तो अभी पीलिया में महामारी जैसे हालात नहीं है.हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों से आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए भी प्रशासन ने अपनी ओर से सभी सुरक्षा तैयारियां कर रखी है. साथ ही लोगों को हो रहे पीलिया में मुख्य रूप से पाइप लाइनों से आने वाले दूषित पानी को ही कारण बता रहे हैं.
गौरतलब है कि पाली शहर में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर पूरे शहर क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई हुई है. कई बार पाइप लाइन अलग-अलग कारणों से जगह-जगह से लीकेज हो जाती है. समय पर ध्यान नहीं देने से इस पाइप लाइन में सड़कों का दूषित पानी भी शामिल हो जाता है.जो पानी लोगों के घरों तक सप्लाई होता है.