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पाली में बारिश के बाद पीलिया का डर, लीकेज पाइप लाइन मुख्य कारण - Jaundice patients are coming out in Pali

पाली में पिछले कुछ दिनों से पीलिया के मरीज सामने आए है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर है. वहीं जांच के बाद पानी के पाइप लाइन में लिकेज के कारण पानी का दूषित होना सामने आया है. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने पाइप लाइनों की जांच के निर्देश दिए है.

Jaundice patients are coming out in Pali, पाली में पीलिया का खतरा
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Published : Oct 11, 2019, 10:54 AM IST

पाली. शहर में बारिश के बाद में मौसमी बीमारियों का सफर शुरु हो गया. इन बीमारियों के बीच पाली में पीलिया रोग ने भी अपनी दस्तक दे दी है. शहर में लगभग हर दिन अलग-अलग बस्तियों से पीलिया से मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं लगातार सामने आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर है.

पाली में पीने के पानी में प्रदूषण से पीलिया का खतरा

शहरी क्षेत्र में फैल रहे पीलिया रोग के पीछे सबसे बड़ा कारण पाली में सप्लाई होने वाला प्रदूषित पानी बताया जा रहा है. शहर में पानी की सप्लाई होने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज होने के कारण लोगों के घरों तक पहुंचने वाला पीने का पानी दूषित हो रहा है. दूषित पानी पीकर पीलिया रोग की चपेट में आ रहे हैं.

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अलर्ट पर है जिला प्रशासन

मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने पाली शहरी क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में फैली पाइप लाइन का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है. क्षेत्रों में पाइप लाइन लीकेज होने पर उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं. पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर सभागार में हुई बैठक में पीलिया का आंकड़ा देख जिला कलेक्टर ने भी कारण पूछा तो शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज होने का कारण मुख्य रूप से सामने आया.

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वहीं चिकित्सा अधिकारियों की माने तो अभी पीलिया में महामारी जैसे हालात नहीं है.हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों से आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए भी प्रशासन ने अपनी ओर से सभी सुरक्षा तैयारियां कर रखी है. साथ ही लोगों को हो रहे पीलिया में मुख्य रूप से पाइप लाइनों से आने वाले दूषित पानी को ही कारण बता रहे हैं.

गौरतलब है कि पाली शहर में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर पूरे शहर क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई हुई है. कई बार पाइप लाइन अलग-अलग कारणों से जगह-जगह से लीकेज हो जाती है. समय पर ध्यान नहीं देने से इस पाइप लाइन में सड़कों का दूषित पानी भी शामिल हो जाता है.जो पानी लोगों के घरों तक सप्लाई होता है.

पाली. शहर में बारिश के बाद में मौसमी बीमारियों का सफर शुरु हो गया. इन बीमारियों के बीच पाली में पीलिया रोग ने भी अपनी दस्तक दे दी है. शहर में लगभग हर दिन अलग-अलग बस्तियों से पीलिया से मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं लगातार सामने आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर है.

पाली में पीने के पानी में प्रदूषण से पीलिया का खतरा

शहरी क्षेत्र में फैल रहे पीलिया रोग के पीछे सबसे बड़ा कारण पाली में सप्लाई होने वाला प्रदूषित पानी बताया जा रहा है. शहर में पानी की सप्लाई होने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज होने के कारण लोगों के घरों तक पहुंचने वाला पीने का पानी दूषित हो रहा है. दूषित पानी पीकर पीलिया रोग की चपेट में आ रहे हैं.

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अलर्ट पर है जिला प्रशासन

मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने पाली शहरी क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में फैली पाइप लाइन का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है. क्षेत्रों में पाइप लाइन लीकेज होने पर उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं. पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर सभागार में हुई बैठक में पीलिया का आंकड़ा देख जिला कलेक्टर ने भी कारण पूछा तो शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज होने का कारण मुख्य रूप से सामने आया.

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वहीं चिकित्सा अधिकारियों की माने तो अभी पीलिया में महामारी जैसे हालात नहीं है.हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों से आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए भी प्रशासन ने अपनी ओर से सभी सुरक्षा तैयारियां कर रखी है. साथ ही लोगों को हो रहे पीलिया में मुख्य रूप से पाइप लाइनों से आने वाले दूषित पानी को ही कारण बता रहे हैं.

गौरतलब है कि पाली शहर में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर पूरे शहर क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई हुई है. कई बार पाइप लाइन अलग-अलग कारणों से जगह-जगह से लीकेज हो जाती है. समय पर ध्यान नहीं देने से इस पाइप लाइन में सड़कों का दूषित पानी भी शामिल हो जाता है.जो पानी लोगों के घरों तक सप्लाई होता है.

Intro:पाली में पीलिया------स्पेशल रिपोर्ट पाली. पाली शहर में बारिश के बाद में मौसमी बीमारियों का सफर तो शुरु हो गया था । लेकिन इन बीमारियों के बीच पाली में पीलिया रोग ने भी अपनी दस्तक दे दी है। प्रतिदिन औसतन पाली में पीलिया से अलग-अलग बस्तियों से मरीज सामने आ रहे हैं। पिछले 30 दिनों की बात करें तो पाली में जिले भर से 40 मरीज सामने आ चुके हैं। लगातार सामने आ रही पीलिया मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन भी काफी अलर्ट नजर आ रहा है। शहरी क्षेत्र में फैल रहे पीलिया रोग के पीछे सबसे बड़ा कारण पाली में पानी की सप्लाई होने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज होना बताया जा रहा है। इस लीकेज के कारण लोगों के घरों तक पहुंचने वाला पीने का पानी दूषित हो रहा है। और दूषित पानी पीकर पीलिया रोग की चपेट में आ रहे हैं। जिला प्रशासन ने पाली शहरी क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों में फैली पाइप लाइन का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है। तथा क्षेत्रों में पाइप लाइन लीकेज होने पर उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने भी इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है। जिला कलेक्टर सभागार में हुई बैठक में पीलिया का आंकड़ा देख जिला कलेक्टर ने भी कारण पूछा तो अधिकारियों के सामने शहरी क्षेत्र में पाइप लाइन लीकेज होने का कारण मुख्य रूप से सामने आया।


Body: गौरतलब है कि पाली शहर में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर पूरे शहर क्षेत्र व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई हुई है। कई बार पाइपलाइन अलग-अलग कारणों से जगह-जगह से लीकेज हो जाती है। समय पर ध्यान नहीं देने से इस पाइपलाइन में सड़कों का दूषित पानी भी शामिल हो जाता है। और लोगों के घरों तक सप्लाई हो जाता है। 3 वर्ष पूर्व भी पाली में इसी तरह के मामले सामने आए थे। जब जलदाय विभाग की पाइप लाइन लीकेज हो गई थी। और एक ही क्षेत्र से काफी संख्या में पीलिया के मरीज सामने आए थे। हालांकि अभी प्रशासन इस बात को लेकर निश्चिंत है कि पीलिया के जितने भी मरीज आ रहे हैं। वह एक ही क्षेत्र के नहीं है। ऐसे में प्रशासन आने वाले खतरे को भांपकर पहले से क्षेत्र में पाइपलाइनो के दुरुस्त करने का कार्य शुरू करवाने के निर्देश दे चुके हैं। बांगड़ अस्पताल की बात करें तो बांगड़ अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पीलिया के मरीज अपनी जांच करवाने के लिए लैब में आ रहे हैं। और इन मरीजों में से 1 सप्ताह में 8 से 10 मरीज पीलिया के सामने आ रहे हैं। अगर पाली जिले की बात करें तो पिछले 30 दिनों में पाली जिले भर से 40 से ज्यादा पीलिया के मरीज सामने आ चुके हैं। चिकित्सा अधिकारियों की माने तो अभी पीलिया महामारी जैसे रूप में नहीं है। अलग-अलग क्षेत्रों से आ रहे पीलिया के मरीजों को देखते हुए भी प्रशासन ने अपनी ओर से सभी सुरक्षा तैयारियां कर रखी है और भी लोगों को हो रहे पीलिया में मुख्य रूप से पाइप लाइनों से आने वाले दूषित पानी को ही कारण बता रहे हैं। समाचार में बांगड़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. अम्बादान की बाईट है। साथ ही जिला कलेक्टर सभागार में पीलिया पर की जा रही चर्चा का फाइल विजवल है।


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