पाली. प्रदूषण की समस्या को लेकर अब एनजीटी के आदेश पर पाली प्रशासन सख्त रवैया में आ चुका है. जिला कलेक्टर अंशदीप ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन सभी को तल्ख शब्दों में लापरवाह फैक्ट्रियों के संचालकों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कह दिया है. उनका कहना है कि जब तक कपड़ा इकाइयों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक उद्यमी लापरवाही नहीं छोड़ेंगे. जिला कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देश के बाद पाली की कपड़ा इकाइयों में एक बार फिर से हलचल हो चुकी है.
बता दें कि पाली में बढ़ रही प्रदूषण की समस्या की जांच करने के लिए गत दिनों एनजीटी के आदेश पर पूर्व जस्टिस प्रकाश टाटिया के अध्यक्षता में एक कमेटी पाली में जांच करने आई थी. इस जांच में इस टीम को बांडी नदी में रंगीन पानी बहता मिला. वहीं कई फैक्ट्रियों द्वारा लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली. इन सभी की रिपोर्ट इस दल द्वारा बनाकर एनजीटी को देने के बाद एनजीटी ने पाली प्रशासन को आड़े हाथों लिया है. इसके चलते प्रशासन पाली की कपड़ा इकाइयों को किसी भी प्रकार की ढील नहीं देने वाला है.
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जिला कलेक्टर द्वारा ली गई इस बैठक में सभी अधिकारियों को लापरवाह फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं. इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है. प्रतिदिन पाली के औद्योगिक क्षेत्र में घूमते हुए फैक्ट्रियों से निकलने वाले पानी के सैंपल लेकर जांच करेगी. साथ ही बांडी नदी पर निगरानी रखेगी.